कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर से पहले दिल्ली में एक करोड़ लोगों को संक्रमण से बचाव का टीका लग चुका है। शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बताया कि टीकाकरण के लिए 1.5 करोड़ की आबादी में से करीब 50 फीसद (74 लाख ) लोगों को कम से कम एक टीका लग चुका है, जबकि इन 74 लाख लोगों में से 26 लाख को दोनों टीके लग चुके हैं।

उन्होंने बताया कि दिल्ली के पास रोजाना तीन लाख टीके लगाने की क्षमता है, लेकिन हमें पर्याप्त टीके नहीं मिल पा रहे हैं। उन्होंने उम्मीद जताई है कि जल्द ही केंद्र सरकार से दिल्ली और देश के बाकी हिस्सों को भी पर्याप्त मात्रा में टीके मिलने चालू हो जाएंगे। उन्होंने बताया कि दिल्ली में मोटे-मोटे तौर पर दो करोड़ की जनसंख्या है, जिसमें से डेढ़ करोड़ लोग 18 वर्ष से ज्यादा उम्र के हैं, जो कि टीका लगवाने के लिए पात्र हैं।

इस कार्य के लिए दिल्ली के स्वास्थ्यकर्मियों को मुख्यमंत्री ने बधाई दी है। उन्होंने कहा कि टीके की कमी की वजह से टीकाकरण को हम अभी बढ़ा नहीं पा रहे हैं। अभी लगभग 50, 60, 70 हजार टीके प्रतिदिन लग रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली के लोगों को टीका लगवाने के लिए आगे आना होगा। उन्होंने कहा कि एक तरह से हमारे पास दो चुनौतियां हैं। पहली चुनौती यह है कि दिल्ली में बाकी जो जनसंख्या बची है, जिनको अभी एक भी टीका नहीं लगा है, उनको टीका लगाना है। दूसरी चुनौती यह है कि अभी तक जिन लोगों को दूसरा टीका नहीं लग पाया है, उन सभी लोगों को दूसरा टीका लगाना है।

राजधानी में कोरोना के 58 नए मामले, एक की मौत
दिल्ली सरकार की ओर से जारी स्वास्थ्य रिपोर्ट के अनुसार राजधानी में शनिवार को कुल 58 नए मामले आए। बीते चौबीस घंटे में संक्रमण से एक मरीज ने दम तोड़ दिया। इसे मिला कर अबतक कोरोना से दिल्ली में जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 25,053 हो गई है।

इस दौरान संक्रमण दर 0.08 फीसद रही। दिल्ली सरकार की रिपोर्ट के अनुसार शनिवार को 55 मरीज ठीक हो कर अपने घर गए, जबकि 339 मरीज विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हैं। इसके अलावा सात मरीज कोरोना केंद्रों पर जबकि 177 मरीज घरों में एकांतवास में रह रहे हैं।