आईपीएल में सट्टेबाजी को लेकर सीबीआई ने बड़ी कार्रवाई की है। पाकिस्तान से मिले इनपुट के आधार पर सट्टेबाजी करने वाले कई लोगों के खिलाफ सीबीआई ने दो एफआईआर दर्ज की है। उधर एक और भ्रष्टाचार के मामले में सीबीआई ने गृह मंत्रालय के एक अधिकारी को हिरासत में ले लिया है।

आईपीएल में सट्टेबाजी- सीबीआई ने शनिवार को कहा कि आईपीएल में क्रिकेट सट्टेबाजी में शामिल एक नेटवर्क ने पाकिस्तान से प्राप्त इनपुट के आधार पर 2019 में हुए मैचों को प्रभावित किया था। एजेंसी की पहली प्राथमिकी में तीन लोगों – दिलीप कुमार, गुरराम सतीश और गुरराम वासु को आरोपी बनाया गया है। सीबीआई ने आरोप लगाया है कि आरोपियों के खाते में लगभग 10 करोड़ रुपये का लेनदेन हुआ है।

वहीं दूसरी प्राथमिकी में केंद्रीय एजेंसी ने चार लोगों सज्जन सिंह, प्रभु लाल मीणा, राम अवतार और अमित कुमार शर्मा के अलावा 2010 से आईपीएल क्रिकेट सट्टेबाजी में सक्रिय अज्ञात सरकारी अधिकारियों और अन्य व्यक्तियों को नामजद किया है। दूसरे मामले में शामिल लेनदेन 1 करोड़ के करीब है।

केंद्रीय जांच एजेंसी ने कहा कि सट्टेबाजी के उद्देश्य से इस ग्रुप ने अज्ञात बैंक अधिकारियों की मिलीभगत से बैंक खाते खोले। जिसमें फर्जी आईडी का उपयोग किया गया। इस नेटवर्क के बारे में कहा जा रहा है कि इसने पूरे भारत में अपना जाल फैला रखा है ताकि लोगों को आसानी से सट्टेबाजी में शामिल किया जा सके।

केंद्रीय एजेंसी ने इस मामले को लेकर आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी, जालसाजी और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत दो केस दर्ज किए हैं। वहीं एजेंसी का कहना है कि आरोपी, वकास मलिक नाम के एक पाकिस्तानी नागरिक के संपर्क में थे।

गृह मंत्रालय के अधिकारी पर कसा शिकंजा- सीबीआई ने रिश्वत मामले में गृह मंत्रालय के एक अवर सचिव रैंक के अधिकारी को हिरासत में लिया है। एजेंसी ने उस अधिकारी से पूछताछ की है। सूत्रों के मुताबिक, अवर सचिव गृह मंत्रालय के एफसीआरए डिवीजन में तैनात था। उसे शुक्रवार शाम सीबीआई की टीम ने एफसीआरए रिश्वत मामले में पूछताछ के लिए हिरासत में लिया।