मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने आज कुछ भाजपा शासित राज्यों द्वारा मांस की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने की निंदा की और इसे बुनियादी अधिकारों का उल्लंघन बताया।
पार्टी ने आरोप लगाया कि यह हिन्दूत्व मूल्यों को थोपने और सांप्रदायिक धु्रवीकरण करने के आरएसएस के मंसूबे का हिस्सा है।
माकपा ने यहां एक बयान में कहा, ‘‘पोलित ब्यूरो लोगों के रहन सहन और खान पान की आदतों पर बंदिशें लागू कर भारतीय नागरिकों के व्यक्तिगत जीवन के संवैधानिक बुनियादी अधिकारों, स्वतंत्रता और आजादी के उल्लंघन के बढ़ते मामलों की निंदा करती है।’
बयान में कहा गया कि यह हिन्दुवादी मूल्यों को लागू करने और सांप्रदायिक धु्रवीकरण करने के आरएसएस के मंसूबों का अभिन्न हिस्सा है। भाजपा शासित महराष्ट्र और राजस्थान सरकार ने जैन पर्व पर्यूषण को देखते हुए कुछ दिन के लिए मांस की बिक्री पर रोक लगाई है।