दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राष्ट्रीय न्यायिक जवाबदेही आयोग (एनजेएसी) पर उच्चतम न्यायालय के फैसले पर केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली के बयान का इस्तेमाल करते हुए रविवार को केंद्र पर निशाना साधा और कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) एक ऐसी दिल्ली की मांग कर रही है ‘‘जहां ऐसे लोगों की निरंकुशता नहीं चले जो चुने न गए हों।’’

केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘‘जेटली जी ने एनजेएसी पर कहा है – ‘भारतीय लोकतंत्र में ऐसे लोगों की निरंकुशता नहीं चल सकती जो चुने न गए हों।’ जेटली जी, यही तो हम दिल्ली में मांग कर रहे हैं।’’

इससे पहले, एनजेएसी कानून को उच्चतम न्यायालय द्वारा निरस्त किए जाने पर कड़ी टिप्पणी करते हुए जेटली ने कहा कि भारतीय लोकतंत्र में ‘‘ऐसे लोगों की निरंकुशता नहीं चल सकती जो चुने नहीं गए हों।’’

‘दि एनजेएसी जजमेंट – ऐन ऑल्टरनेटिव व्यू?’ शीर्षक से फेसबुक पर किए गए एक पोस्ट में जेटली ने कहा, ‘‘भारतीय लोकतंत्र में ऐसे लोगों की निरंकुशता नहीं चल सकती जो चुने हुए नहीं हो और यदि चुने गए लोगों को कमजोर किया गया तो लोकतंत्र खुद ही खतरे में पड़ जाएगा।’’

‘आप’ सरकार और केंद्र का प्रतिनिधित्व करने वाले उप-राज्यपाल पुलिस पर नियंत्रण सहित कई मुद्दों पर तीखे झगड़े में उलझे हुए हैं। मुख्यमंत्री पिछले कई महीनों में प्रधानमंत्री मोदी को कई पत्र लिख चुके हैं और दिल्ली सरकार को स्वतंत्र रूप से कामकाज करने देने में उनके दखल की मांग की है।

एक बयान जारी कर ‘आप’ ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि जेटली ने उच्चतम न्यायालय के फैसले के लिए ‘‘न चुने गए लोगों की निरंकुशता’’ जैसी ‘‘अवांछित अभिव्यक्ति’’ की है। पार्टी ने चुनाव आयोग और सीएजी की तुलना न्यायाधीशों की नियुक्ति से किए जाने पर भी वित्त मंत्री के प्रति अपना विरोध जताया।