उत्तर प्रदेश के कानपुर में धोखाधड़ी और लव जिहाद का सनसनीखेज मामला सामने आया है। एक मल्टीनेशनल फार्मा कंपनी में मैनेजर के पद पर कार्यरत मुस्लिम युवक ने मध्य प्रदेश की दो युवतियों के सामने खुद को हिंदू बताया और धोखे से उनका शारीरिक शोषण किया। इसके बाद उसने एक से शादी करके थोड़े दिनों बाद तलाक दे दिया। वहीं दूसरी युवती से सगाई कर कई सालों तक शारीरिक शोषण करता रहा। दोनों युवतियों ने हिंदूवादी संगठनों के साथ मिलकर पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाई है।

चकेरी थाना क्षेत्र स्थित जाजमऊ में रहने वाला दानिश अली 2009 में मध्य प्रदेश के होशंगाबाद में कार्यरत था। होशंगाबाद में रहने वाली एक युवती ने फार्मा कंपनी से दवा मंगाई थी। तभी उसकी मुलाकात दानिश अली से हुई थी। दानिश ने युवती को अपना नाम जॉन सलूजा बताया था। युवती की जॉन सलूजा से दोस्ती हो गई थी।

दानिश ने युवती के सामने शादी का प्रस्ताव रखा था। जब युवती शादी के लिए तैयार हो गई तो उसे कानपुर लाकर एक आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली। इसके बाद दानिश ने युवती को बताया कि वो मुसलमान है। दानिश ने अगले ही दिन युवती से निकाह कर लिया था। दानिश युवती को कभी कानपुर तो कभी मध्य प्रदेश में रखता था। इसके साथ ही जब वो प्रेग्नेंट हुई तो उसका जबर्दस्ती अबॉर्शन करा दिया। जब युवती ने इस बात का विरोध किया तो उसके साथ मारपीट कर उसे तलाक देकर घर से बाहर निकाल दिया। पीड़िता ने इसकी शिकायत मध्य प्रदेश में महिला थाने और कानपुर के चकेरी थाने में की थी। लेकिन आरोप के मुताबिक इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।

इसके बाद दानिश ने 2014 में मध्य प्रदेश के इंदौर में रहने वाले एक होटल मैनेजर की बेटी से दोस्ती कर ली। होटल मैनेजर की बेटी को दानिश ने अपना नाम राज बताया था। दानिश ने 2016 में युवती से सगाई कर ली और तब से शादी का झांसा देकर लगातार शोषण करता रहा। दानिश की हकीकत उस वक्त सामने आ गई जब युवती ने उसके बैग से उसका परिचय पत्र देखा। इसमें उसका असली नाम दानिश अली लिखा था। जब युवती ने उससे उसकी असलियत पूछी तो उसने बताया कि मैं मेरठ का रहने वाला हूं। मेरे पापा हिन्दू ब्राह्मण है और मेरी मां मुस्लिम है। लेकिन मेरे पिता हिन्दू धर्म को मानते हैं।

इस युवती ने बताया, ‘दानिश से मेरी दोस्ती 2014 में हुई थी। उसने मुझसे खुद को राज उपाध्याय बताकर दोस्ती की। उसने जो पहचान पत्र दिखाया उसमें उसका नाम सूर्य प्रकाश उपाध्याय लिखा हुआ था। 2015 में दानिश ने मेरे सामने शादी का प्रस्ताव रखा था। मेरे पैरेंट्स ने दानिश के पैरेंट्स से बात की तो उन्होंने कहा कि पहले बड़े बेटे की शादी हो जाए फिर इसकी शादी करेंगे। दानिश जब इंदौर गया तो उसने गोरखपुर ट्रांसफर होने की बात कही। इसके बाद भी वो लगातार मुझसे फोन पर बात करता रहता था और मेरे घर आता रहता था। शादी की बात करने पर कहता था जब इंदौर ट्रांसफर हो जाएगा तब शादी कर लूंगा।’

पीड़िता ने आगे बताया, ‘2018 में दीवाली पर जब वो घर आया तो मुझे उसके बैग से एक परिचय पत्र मिला जिसमें उसका नाम दानिश अली लिखा हुआ था। ये देखकर मैंने उससे कुछ नहीं पूछा। जब दानिश जनवरी 2019 में घर आया तो मैंने इससे पूछा कि तुम्हारे बैग में एक आईडी मुझे मिली थी जिसमें तुम्हारा फोटो लगा था और उसमें नाम दानिश अली लिखा हुआ था। ये सुनते ही वो रोने लगा और कहने लगा कि मेरे पिता ब्राह्मण हैं और मां मुस्लिम हैं। इसके बाद वो अगले दिन चुपचाप घर से चला गया। इसके बाद जब मेरी दानिश से बात हुई तो उसने कहा कि अब हमारी शादी नहीं हो सकती है। तुम्हें पता चल गया है कि मैं मुस्लिम हूं और तुम ब्राह्मण लड़की हो। मेरी शादी भी हो चुकी है।’

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पीड़िता ने कहा, ‘मेरी पांच साल तक उससे दोस्ती रही लेकिन कभी नहीं लगा कि ये मुस्लिम लड़का है। वो टीका लगाता था हाथ में कलावा बांधता था। मेरे साथ मंदिर जाता था। इसके साथ ही जो भी त्योहार होते थे मेरे घर पर मनाता था। 2016 के बाद जितनी भी बार दीवाली आई, उसने मेरे घर पर ही मनाई। जब मैं अपने बयान दर्ज कराने गई थी तो दानिश के भाई ने मुझे तेजाब डालने की धमकी दी थी। मैंने उसके खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कराया था।’

एसपी (पूर्वी) राजकुमार ने कहा, ‘ये दो अलग-अलग मामले हैं। एक पीड़िता ने चकेरी थाने में मुकदमा पंजीकृत कराया है जो आईपीसी-420 समेत अन्य धाराओं का है। जिसमें दानिश अली और उसके परिवार के लोग नामजद हैं। इसमें जो प्रतिवादी पक्ष है वो माननीय उच्च न्यायालय में पेश हुआ था। उच्च न्यायालय ने दोनों को मध्यस्थता के लिए भेजा था। वहीं दूसरे मामले में पीड़िता ने दानिश अली उर्फ जॉन सलूजा उर्फ राज उपाध्याय पर इंदौर जनपद के राजेंद्र नगर थाने में एक धारा 376 के तहत मुकदमा पंजीकृत कराया है। पहली पीड़िता का मामला कानपुर के चकेरी थाने में पंजीकृत है वो मामला उच्च न्यालय में लंबित है और मध्यस्थता की प्रक्रिया में है। ये निस्तारित होने के बाद हम आगे कदम उठाएंगे।’