महाराष्ट्र सरकार इन दिनों दिल्ली में चल रही वाहनों की सम-विषम योजना को परख रही है और अगर यह सफल हुई तो इसे मुंबई में लागू किया जा सकता है। वित्त मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने मुंबई में सम-विषम योजना लागू करने की राकांपा की मांग पर यह जवाब दिया। इस बीच दिल्ली में इस योजना पर सरकार की क्या रणनीति होती है, यह शुक्रवार को दिल्ली हाई कोर्ट के रुख पर निर्भर होगा। अदालत ने हफ्ते भर के विश्लेषण के बाद दिल्ली सरकार से रिपोर्ट मांगी है।
उधर, वित्त मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने बताया कि हमें मुंबई को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए सड़कों पर सम-विषम योजना लागू करने की जरूरत है, जैसा दिल्ली में किया जा रहा है। अगर योजना कामयाब हो जाती है तो सड़कों पर रोजाना चलने वाले वाहनों की संख्या 50 फीसद तक घट जाएगी।
राकांपा की मुंबई इकाई के अध्यक्ष सचिन अहीर ने बताया कि इससे शहर का कार्बन फुट प्रिंट घटाने में भी मदद मिलेगी, क्योंकि ग्रीनहाउस गैसों का 26 फीसद उत्सर्जन तो पेट्रोलियम उत्पादों के कारण होता है। इसके अलावा शहर में टैंकरों, ट्रकों और बसों की संख्या भी रोज बढ़ रही है।
इसके जवाब में मुनगंटीवार ने बताया कि दिल्ली में चल रहे प्रयोग के नतीजे मिलने में समय लगेगा और अगर यह सफल होता है तो राज्य सरकार इसे मुंबई में भी लागू करने पर विचार करेगी। उन्होंने कहा कि मुंबई में यातायात और प्रदूषण का स्तर घटाने के लिए हम हरसंभव प्रयास करेंगे।
उन्होंने कहा कि दिल्ली ने प्रयोग की शुरुआत की है। नतीजे आने में समय लगेगा। अभी तो केवल चार दिन ही हुए हैं और हम केवल चार दिन में ही कोई फैसला नहीं कर सकते। हमें बाद में पता चलेगा कि योजना दिल्ली के लिए कितनी कारगर रही। उन्होंने कहा- अगर हमें लगता है कि प्रयोग सफल रहा तो इसे देश में कहीं भी लागू किया जा सकता है।
