एआईएमआईएम चीफ असद्दुद्दीन ओवैसी को नसीहत देते हुए एमपी के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि उनके सूबे में कानून का राज है। किसी को भी साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने नहीं दिया जाएगा। ऐसे लोग जो अपना नाम और पहचान छुपाते हैं, वे अपराधी हैं और ओवैसी जी को भी यह बात समझ में आना चाहिए। इंदौर मामले में मारपीट करने वालों पर भी कार्रवाई की गई है।
नरोत्तम मिश्रा ने ओवैसी पर निशाना साध कहा कि गृह विभाग की रिपोर्ट है कि इंदौर में चूड़ी बेच रहे व्यक्ति तस्लीम अली ने हिंदू नाम रखा हुआ था। उसके पास से इस तरह के दो संदिग्ध आधार कार्ड भी मिले हैं। गृह मंत्री के मुताबिक मामले में दोनों पक्षों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई है। अली को पीटे जाने के मामले में दो लोगों राजेश पवार और राजकुमार भटनागर को हिरासत में लिया गया है। उन्होंने बताया कि भीड़ में शामिल अन्य लोगों की तलाश की जा रही है।
#MadhyaPradesh में कानून का राज है किसी को भी साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने नहीं दिया जाएगा। ऐसे लोग जो अपना नाम और पहचान छुपाते हैं, वे अपराधी हैं और @asadowaisi जी को भी यह बात समझ में आना चाहिए।#Indore मामले में मारपीट करने वालों पर भी कार्रवाई की गई है।@BJP4India pic.twitter.com/fnxWiKHQvD
— Dr Narottam Mishra (Modi Ka Parivar) (@drnarottammisra) August 24, 2021
गौरतलब है कि इंदौर कांड पर ओवैसी ने एक के बाद एक लगातार दो ट्वीट करते हुए लिखा कि ‘चूड़ियां बेचने वाले तसलीम को एक उग्रवादी भीड़ ने बेरहमी से पीटा लेकिन पुलिस ने तसलीम के खिलाफ़ ही केस दर्ज कर दिया। तसलीम का जुर्म ये है के वो मुसलमान होने के बावजूद चुप-चाप लिंच नहीं हुआ। उसको लूटने और मारने वाले अभी तक गिरफ़्तार नहीं हुए। एमपी के गृह मंत्री भी अपराधियों के पक्ष में खड़े हैं। चुनी हुई सरकारों और उग्रवादी भीड़ों में कोई फर्क नहीं रहा।
पुलिस के मुताबिक उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के रहने वाले चूड़ी विक्रेता तस्लीम अली ने रविवार देर रात सेंट्रल कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराई कि गोविंद नगर में पांच-छह लोगों ने उसका नाम पूछा और उसे पीटना शुरू कर दिया। विक्रेता ने बताया कि लोगों ने उसके लिए सांप्रदायिक तौर पर आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया। उससे 10,000 रुपये की नकदी, मोबाइल फोन, आधार कार्ड और अन्य दस्तावेजों के साथ ही करीब 25,000 रुपये मूल्य की चूड़ियां छीन लीं।