मध्य प्रदेश में पुलिस ने उन लोगों को “देशभक्त” का बैज लगाना शुरू कर दिया है, जो कि कोरोना वैक्सीन ले चुके हैं। वहीं जिन्हें अभी तक टीका नहीं लगाया गया है, उनके लिए चेतावनी जारी की गई है। समाचार एजेंसी एएनआई द्वारा साझा किए गए एक वीडियो में, निवाड़ी जिले की पुलिस को कोविड -19 वैक्सीन लेने वाले यात्रियों पर एक बैज लगाते हुए देखा गया, बैज पर लिखा था, “मैं एक देशभक्त हूं क्योंकि मुझे टीका लगाया गया है”।

एक पुलिस वाले को यह कहते हुए सुना जा सकता है, “हम उन लोगों का सम्मानित कर रहे हैं जिन्होंने वैक्सीन ली है, और जिन्होंने नहीं ली है, उन्हें टीका लगवाने के लिए कह रहे हैं।” उन्होंने एक बाइक सवार से कहा, “लोगों को बताएं कि मुझे टीका लगाया गया है, इसलिए मुझे सम्मानित किया गया है।” जिन लोगों को अभी तक टीका नहीं लगाया गया है, उन्हें एक पोस्टर पहनाया गया है, जिसमें लिखा है, “मुझसे दूर रहो क्योंकि मुझे टीका नहीं लगाया गया है। अभी तक।”

कई सोशल मीडिया यूजर्स ने वीडियो पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि टीकों की कमी एक कारण हो सकता है कि अधिकांश को कोविड वैक्सीन वैक्सीन नहीं मिली है। इससे पहले, मध्य प्रदेश के सतना जिले में एक सब-इंस्पेक्टर को लॉकडाउन उल्लंघन करने वालों को 30-45 मिनट के लिए भगवान राम का नाम लिखकर और उन्हें घर पर रहने और अपने परिवारों की देखभाल करने की सलाह देते हुए “दंडित” करते देखा गया था।


सब इंसपेक्टर संतोष सिंह ने कहा, “हम पहले उठक-बैठक कराते थे या 45 मिनट से एक घंटे तक बैठने के लिए कहते थे। इसलिए, मैंने सोचा कि इसके बजाय भगवान राम का नाम लिखवा सकते हैं अगर वे सहज हों।”

मालूम हो कि मध्य प्रदेश में कोविड-19 से सबसे ज्यादा प्रभावित इंदौर जिले में महामारी का प्रकोप घटने के बाद ब्लैक फंगस (म्यूकरमाइकोसिस) चिकित्सा जगत के सामने नयी चुनौती के रूप में उभर रहा है। रोगियों की नाक, मुंह, आंखों और मस्तिष्क के बाद फेफड़ों और पेट में भी ब्लैक फंगस संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं।

परमार्थिक क्षेत्र के चोइथराम अस्पताल में पेट रोग विभाग के प्रमुख डॉ. अजय जैन ने बुधवार को “पीटीआई-भाषा” को बताया, “पिछले एक हफ्ते के दौरान हमें ऐसे दो मरीज मिले जिनके पेट में ब्लैक फंगस संक्रमण की पुष्टि हुई है। ये मरीज महीने भर के अंतराल में कोविड-19 से ठीक हुए हैं।”