संसद का शीतकालीन सत्र शुरुआत से ही हंगामेदार रहा। पहले कांग्रेस ने अपने से जुड़े मुद्दों को लेकर तो बुधवार को आम आदमी पार्टी से जुड़े मुद्दे को लेकर जमकर हंगामा हुआ। केजरीवाल के मुख्य सचिव के दफ्तर में सीबीआइ की छापेमारी को लेकर आप सहित कई विपक्षी दलों के सदस्यों ने हंगामा किया।
लेकिन इस हंगामे के बीच लोकसभा में बुधवार को एक खुशनुमा मंजर देखने को मिला जब प्रधानमंत्री के खिलाफ नारे लगा रहे आम आदमी पार्टी के सदस्य भगवंत सिंह मान को अचानक से कुछ बेचैनी सी महसूस हुई तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें अपना पानी का गिलास थमा दिया। मान ने पानी पीने के बाद प्रधानमंत्री के इस भाव का मुस्कुरा कर आभार जताया और सदन में मौजूद सदस्यों ने मेजें थपथपाकर इसका स्वागत किया। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी सहित विपक्षी सदस्य भी इस बात पर मुस्कुराने से खुद को रोक नहीं पाए।
आप सदस्य भगवत सिंह मान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के कार्यालय में सोमवार को सीबीआइ द्वारा की गई छापेमारी का विरोध करते हुए कांग्रेस और तृणमूल सदस्यों के साथ आसन के समक्ष आकर नारेबाजी कर रहे थे। मान कुछ परचे लिए हुए थे और ‘प्रधानमंत्री होश में आओ’ के नारे लगा रहे थे। वे आसन के समक्ष सत्ता पक्ष की ओर प्रधानमंत्री मोदी से कुछ ही कदम दूर खड़े थे।
इसी बीच नारे लगाते-लगाते भगवंत मान को बेचैनी सी महसूस हुई तो उनकी नजरें आसपास पानी खोजने लगीं। पहले उन्होंने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की ओर देखा और इसी बीच धीर गंभीर मुद्रा में बैठे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी मेज की दराज से पानी का गिलास उठाकर भगवंत मान की ओर बढ़ा दिया।
भगवंत मान ने उनके हाथ से गिलास लिया और पानी पी लिया। इसके बाद मान ने खाली गिलास प्रधानमंत्री की मेज पर रख दिया जिसे प्रधानमंत्री ने ढक्कन से ढक दिया। सदन का एक कर्मचारी खाली गिलास लेकर चला गया और उसके स्थान पर पानी से भरा नया गिलास रख दिया। भगवंत मान ने मुस्कुरा कर इस भाव के लिए प्रधानमंत्री की ओर देखा तो प्रधानमंत्री और सुषमा स्वराज भी मुस्कुरा दिए।
वैसे सदन में गांधीगीरी का ऐसा ही नजारा एक दिन पहले भी देखने को मिला था। मंगलवार को जब अध्यक्ष के आसन के समीप आकर कांग्रेस सांसद पंजाब में दलितों पर कथित अत्याचार के मुद्दे पर विरोध जता रहे थे तो भाजपा सांसदों ने उन्हें गुलाब के फूल भेंट किए। कांग्रेस सदस्य पंजाब सरकार बर्खास्त करो, प्रधानमंत्री शर्म करो, दलितों पर अत्याचार बंद करो के नारे लगा रहे थे। भाजपा सांसदों ने इन नारों का जवाब फूल से दिया।