कांग्रेस ने महाराष्ट्र के पालघर जिले में पिछले दिनों तीन लोगों की भीड़ द्वारा पीट-पीट कर हत्या करने की घटना की कड़ी निंदा करते हुए सोमवार को आरोप लगाया कि भाजपा इस मामले को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रही है। इतना ही नहीं कांग्रेस पार्टी ने दावा किया कि इस मामले में गिरफ्तार किए गए ज्यादातर आरोपी भारतीय जनता पार्टी के सदस्य हैं। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह भी कहा कि कांग्रेस ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से इस मामले में खिलाफ त्वरित अदालती कार्यवाही और दोषियों को सजा सजा सुनिश्चित करने का आग्रह किया है।
सुरजेवाला ने एक बयान में कहा, “यह घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। कांग्रेस पार्टी इसकी कड़ी निंदा करती है। हमारे सभ्य समाज में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है। इस मामले में कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।” सुरजेवाला के मुताबिक महाराष्ट्र सरकार ने 110 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। सरकार ने डीआईडी (पुलिस उपमहानिरीक्षक) जांच का आदेश दिया है। उन्होंने कहा, “गिरफ्तार किए गए सभी लोग स्थानीय आदिवासी हैं। यह किसी भी तरह से कोई सांप्रदायिक या हिंदू-मुस्लिम मामला नहीं है जैसा कि उन लोगों द्वारा इसे पेश करने की कोशिश हो रही है जो ऐसी हर घटना में सांप्रदायिक आग भड़काने का मौका तलाशते हैं।”
वहीं प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव सचिन सावंत ने यह दावा किया कि इस घटना में शामिल ज़्यादातर लोग भाजपा के सदस्य हैं। सावंत ने कहा कि भाजपा इस मामले में ”सांप्रदायिक राजनीति” कर रही है ताकि राजनीतिक फायदा उठा सके। उन्होंने ट्वीट किया, ”घटना से संबंधित गांव दिवासी गढ़चिंचले पिछले 10 वर्षों से भाजपा का गढ़ माना जाता है। वहां का मौजूदा मुखिया भी भाजपा से है। घटना के लिए गिरफ्तार किए ज्यादतर लोग भाजपा से हैं।” भाजपा की प्रदेश इकाई ने सावंत के आरोपों को खारिज किया है।
उल्लेखनीय है कि पालघर की घटना 16 अप्रैल की रात हुई थी। बृहस्पतिवार रात तीन व्यक्ति मुंबई के कांदीवली से कार में सवार होकर गुजरात के सूरत जा रहे थे। इसी दौरान, पालघर जिले में भीड़ ने उन्हें बच्चा चोर और मानव अंगों की तस्करी करने वाले समझकर उनका वाहन रोक लिया और उनकी पीट-पीट कर हत्या कर दी। मृतकों में जूना अखाड़ा के दो संत भी शामिल हैं।
पुलिस के मुताबिक कासा पुलिस थाने में इस घटना के संबंध में तीन प्राथमिकियां दर्ज की गई हैं और 101 लोगों को गिरफ्तार किया गया है जो 30 अप्रैल तक पुलिस की हिरासत में हैं। पुलिस ने बताया कि नौ नाबालिगों को भी हिरासत में लिया गया है और ठाणे जिले के भिवंडी में हिरासत गृह में भेज दिया गया है।