विजय कुमार यादव

Mira Road Murder Case: मुंबई के मीरा रोड के गीता नगर इलाके में रहने वाले एक शख्स ने अपनी लिव-इन पार्टनर की हत्या करने के बाद उसकी बॉडी को कई टुकड़ों में काटा। इसके बाद आरोपी ने उसके शरीर को कुकर में पकाकर और मिक्सर में पीसकर उसके शव को ठिकाने लगाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस पूछताछ में आरोपी ने जो बताया है वो हैरान करने वाला है। आरोपी ने पुलिस को बताया कि वो एचआईवी पॉजिटिव (HIV) है। उसने कभी भी शारीरिक संबंध नहीं बनाए, क्योंकि वो उसकी बेटी की तरह थी। इस बात की जानकारी एक पुलिस अधिकारी ने ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ को दी।

पुलिस पूछताछ में साने ने कई हैरान करने वाले दावे किए

पुलिस अधिकारी ने बताया कि गुरुवार को गिरफ्तार किए गए 56 वर्षीय आरोपी मनोज रमेश साने ने दावा किया है कि 32 वर्षीय सरस्वती वैद्य ने 3 जून को सुसाइड किया था। उसने पुलिस को आगे बताया कि उसके बाद उसने भी आत्महत्या करने की योजना बनाई। सरस्वती वैद्य की मौत का मामला सामने आने के बाद बुधवार को घटनास्थल का दौरा करने वाले अधिकारी ने कहा कि पूछताछ के दौरान आरोपी साने के दावों की पुष्टि की जा रही है।

पुलिस ने कहा कि इलेक्ट्रिक ट्री कटर से शव को छोटे-छोटे हिस्सों में आरोपी ने काटा। उसके बाद साने ने कथित तौर पर प्रेशर कुकर में इसके कुछ हिस्सों को उबाला और उन्हें आसानी से फेंकने के लिए गैस पर भूना। एक अधिकारी ने कहा कि उसने कथित तौर पर रसोई में बाल्टी, टब, कुकर और अन्य बर्तनों में टुकड़ों को रखा था और उन्हें इतना छोटा कर दिया कि पुलिस उन्हें गिन भी नहीं पाई।

कोर्ट ने 16 जून तक साने को पुलिस हिरासत में भेजा

पुलिस ने प्राथमिकी (FIR) में आईपीसी (IPC) की धारा 302 (हत्या) और 201 (सबूतों को नष्ट करना) के तहत मामला दर्ज किया है। मीरा-भायंदर वसई विरार पुलिस के डीसीपी जयंत बजबाले ने कहा, ‘उसे ठाणे की एक कोर्ट में पेश किया गया। जिसके बाद कोर्ट ने उसे 16 जून तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।

वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “प्रारंभिक पूछताछ के दौरान, साने ने पुलिस को बताया कि 2008 में उसे पता चला कि वह एचआईवी पॉजिटिव था।” तब से वो अपना इलाज करा रहा है। पुलिस ने कहा कि उन्हें संदेह है कि बहुत समय पहले इलाज के दौरान एक दुर्घटना के बाद संक्रमित रक्त के उपयोग के कारण उसे यह बीमारी हुई थी।

फ्लैट में एक बोर्ड मिला, जिसमें गणित के सूत्र लिखे थे

अधिकारी ने बताया कि पुलिस के सामने साने के कबूलनामे के मुताबिक, वैद्य स्वभाव से बहुत पजेसिव थी। उसे शक था कि जब भी वह देर से घर लौटता है तो वह उसके साथ बेवफाई करता है। अधिकारी ने पूछताछ के दौरान उसके दाखिले के हवाले से बताया कि वह एसएससी की 10वीं कक्षा की परीक्षा देने की प्लानिंग कर रही थी। साने उसे गणित पढ़ाता था। अधिकारी ने यह भी कहा कि उन्हें सातवीं मंजिल के फ्लैट की एक दीवार पर एक बोर्ड मिला, जिस पर गणित के सूत्र लिखे हुए थे।

साने ने पुलिस को बताया कि उसने 3 जून की सुबह वैद्य को अपने फ्लैट के फर्श पर पड़ा देखा। उसके मुंह से झाग निकल रहा था। उन्होंने उसकी पल्स चेक की और उसे मृत पाया। साने ने कथित तौर पर पुलिस को बताया कि उसके खिलाफ कार्रवाई के डर से उसने शव को ठिकाने लगाने का फैसला किया।

साने ने पुलिस को बताया कि उसके पास औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान ( Industrial Training Institute) का प्रमाणपत्र है, लेकिन वह 10 साल से पीडीएस की दुकान पर काम कर रहा है, क्योंकि उसे अच्छी नौकरी नहीं मिली। डीसीपी बाजबले ने कहा कि रसोई से एकत्र किए गए शरीर के अंगों को फोरेंसिक विश्लेषण के लिए सर जेजे अस्पताल भेजा गया है।

मेडिकल एक्सपर्ट की मदद ले रही पुलिस

पुलिस मेडिकल एक्सपर्ट की मदद ले रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि शरीर के कौन से हिस्से गायब हैं। उसके पास से एक बिजली का कटर बरामद हुआ है। पुलिस को संदेह है कि यह अपराध पहले हुआ, लेकिन मामला बुधवार को सामने आया। जब पड़ोसियों को दंपति के फ्लैट से बदबू लगी तो उन्होंने इसकी सूचना पुलिस की दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने फ्लैट का दरवाजा तोड़ा। पुलिस ने देखा कि रसोई में महिला के शव के टुकड़े पड़े हुए हैं। यह देखकर पुलिस भी हैरान रह गई। साने को नहीं पता था कि पुलिस उसके फ्लैट पर मौजूद है, जब आरोपी शाम को फ्लैट पर पहुंचा तो पुलिस को देखकर उसका दिमाग चकराया। इस दौरान उसने भागने की कोशिश कीस लेकिन पुलिस ने उसे पकड़ लिया।