Municipal Corporation Delhi: दिल्ली नगर निगम में फिर से तनख्वाह की तंगी शुरू हो गई है। अगस्त और सितंबर का वेतन बकाया में डाल दिया गया है। ए, बी, सी और डी ग्रेड को दो से तीन महीने की तनख्वाह (Salary) नहीं मिली है। अब कर्मचारियों का कहना है कि एकीकृत नगर निगम (Integrated Municipal Corporation) होने का भी उन्हें कोई फायदा नहीं मिल रहा है।
कुछ श्रेणी के कर्मचारियों को महीनों से नहीं मिला वेतन
निगम सूत्रों के मुताबिक पूर्वी दिल्ली (East Delhi) में अगस्त और सितंबर का वेतन बकाया (Arrears) में डालने के साथ ए श्रेणी को दिसंबर से वेतन नहीं मिला है। बी और सी ग्रेड को दिसंबर जबकि डी ग्रेड का दिसंबर तक वेतन मिल गया है। इसी प्रकार उत्तरी दिल्ली (North Delhi) में ए, बी और सी श्रेणी को नवंबर तक जबकि डी का दिसंबर तक वेतन मिल गया है।
इसी प्रकार दक्षिणी दिल्ली के ए व बी को नवंबर, सी को दिसंबर और डी को दिसंबर तक वेतन मिला है। कहा जा सकता है कि पूर्वी दिल्ली को लगभग चार माह से और उत्तरी और दक्षिणी दिल्ली नगर निगम को लगभग दो महीने से वेतन नहीं मिला है।
AAP ने भाजपा के खिलाफ निकाली ‘पदयात्रा’
आम आदमी पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर ”गुंडागर्दी” करने और दो बार एमसीडी महापौर का चुनाव रोकने की साजिश रचने के विरोध में शनिवार को दिल्ली के सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों में ”पदयात्रा” की। आप विधायक और दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के प्रभारी दुर्गेश पाठक ने कहा, ‘‘भाजपा दिल्ली के सभी पहलुओं पर नियंत्रण बनाए रखना चाहती है। 15 साल तक एमसीडी में भाजपा के कुप्रबंधन से परेशान दिल्ली की जनता ने अब आम आदमी पार्टी को बहुमत दिया है।’’
BJP पर महापौर नियुक्त होने पर अड़ंगा लगाने का आरोप
उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि, भाजपा इस नतीजे को स्वीकार करने में असमर्थ है और किसी भी कीमत पर एमसीडी को अपने नियंत्रण में रखने के लिए प्रतिबद्ध है। यही कारण है कि एक महीने पहले एमसीडी चुनाव के नतीजे घोषित होने के बावजूद भाजपा आम आदमी पार्टी की सरकार के गठन और उसके महापौर की नियुक्ति में अड़ंगा लगा रही है।
