मध्यप्रदेश में अपने नेताओं को सुरक्षा मुहैया कराने के लिए मायावती की पार्टी बसपा ने एक अलग ही रास्ता अपना लिया है। राज्य में बसपा ने खुद का सुरक्षा दस्ता बना लिया है। पार्टी नेताओं का कहना है कि मायावती के निर्देश पर ये काम किया गया है।
मध्य प्रदेश के सीधी जिले से पार्टी के एक पदाधिकारी ने कहा कि बसपा नेताओं को सुरक्षा प्राप्त करने में कठिनाई हो रही है। इसलिए पार्टी ने खुद की फोर्स तैयार कर ली है। बसपा के सीधी जोन के प्रभारी राम खिलाड़ी रजक ने कहा कि पार्टी ने इस सुरक्षा दस्ते के लिए पुलिस से मंजूरी भी मांगी है। उन्होंने कहा- “इस सुरक्षा बल को बसपा के कार्यकर्ताओं और नेताओं की सुरक्षा का काम सौंपा जाएगा, क्योंकि उनका उत्पीड़न किया जा रहा है और उनकी सुरक्षा की अनदेखी की जा रही है।”
रजक ने कहा कि बसपा प्रमुख मायावती से इसके लिए निर्देश मिला था। इसके साथ ही प्रदेश में पार्टी के भोपाल स्थित कार्यालय से प्राप्त दिशा-निर्देशों के अनुसार ही सुरक्षा दस्ते का गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि 16 सदस्यीय इस फोर्स में “तीन इंस्पेक्टर, चार सब इंस्पेक्टर और नौ कांस्टेबल” शामिल हैं।
बसपा की इस पुलिस फोर्स का वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस मामले में पुलिस की तरफ से कहा गया है कि इस तरह की व्यवस्था की कोई कानूनी वैधता नहीं है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अंजुलता पटले ने इसकी पुष्टि की है कि बसपा नेताओं ने पुलिस को ऐसे “सुरक्षा बल” के बारे में सूचित किया था।
उन्होंने आगे कहा कि किसी को भी इस तरह की फोर्स बनाने की अनुमति नहीं है। प्रशासन ने उनसे इस दस्ते के गठन के संबंध में अधिकार पत्र, यदि कोई हो, तो प्रस्तुत करने के लिए कहा है। बसपा नेताओं से यह भी कहा गया है कि वे ट्रैफिक पुलिस के ड्रेस कोड से मिलती-जुलती कोई वर्दी न पहनें क्योंकि यह लोगों को गुमराह कर सकता है।
प्रशासन का कहना है कि अगर बसपा नेताओं ने कानून और निर्देशों का पालन नहीं किया तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।