उत्तर प्रदेश के मथुरा में एक हेरिटेज सिटी बनाने पर काम किया जा रहा है। यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) इस मेगा परियोजना हेरिटेज सिटी पर तेजी से काम कर रहा है। 1,220 करोड़ रुपये की यह मेगा परियोजना मथुरा शहर से सटे 753 एकड़ में फैली होगी। इस परियोजना का उद्देश्य क्षेत्र की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करना है। पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए इसमें लक्जरी होटल, एक योग केंद्र, सम्मेलन केंद्र और एक रिसॉर्ट जैसी आधुनिक सुविधाएं प्रदान की जाएगी।

YEIDA ने इस सप्ताह की शुरुआत में अपनी बोर्ड बैठक में रियल-एस्टेट सलाहकार CBRE साउथ एशिया प्राइवेट लिमिटेड द्वारा तैयार की गई विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) को मंजूरी दे दी। यह कैबिनेट से मंजूरी और बोलियां आमंत्रित करने से पहले परियोजना के लिए पहला महत्वपूर्ण कदम है। इसका उद्देश्य एक ऐसा शहर विकसित करना है जो इस क्षेत्र की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने के साथ ही पारंपरिक मूल्यों और अवधारणाओं के साथ आधुनिक शहरी बुनियादी ढांचे को जोड़ता है।

भगवान कृष्ण के जीवन से प्रेरित होगी हेरिटेज सिटी

अधिकारियों ने कहा कि हेरिटेज सिटी भगवान कृष्ण की किंवदंतियों और ब्रज क्षेत्र में बिताए उनके जीवन से प्रेरणा लेगी। हेरिटेज सिटी शहरी बुनियादी ढांचे में पैदल मार्ग, तालाब, पार्किंग स्थान, हरित क्षेत्र के साथ-साथ आधुनिक सुविधाएं जैसे लक्जरी होटल, ब्रांडेड निवास शामिल होंगे। YEIDA ने इस सप्ताह की शुरुआत में अपनी बोर्ड बैठक में रियल-एस्टेट सलाहकार CBRE साउथ एशिया प्राइवेट लिमिटेड द्वारा तैयार की गई विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) को मंजूरी दे दी। यह कैबिनेट से मंजूरी और बोलियां आमंत्रित करने से पहले परियोजना के लिए पहला महत्वपूर्ण कदम है।

बैठक में कहा गया, “पूरे चरणवार या बंडलवार विकास की योजना पीपीपी आधार पर बनाई जाएगी और रियायतीग्राही को सौंप दी जाएगी। प्राधिकरण द्वारा भूमि को इक्विटी के रूप में योगदान दिया जाएगा और बदले में रियायत प्राप्तकर्ता को 40 + 30 वर्षों की रियायत अवधि के दौरान प्राधिकरण को वार्षिक प्रीमियम का भुगतान करना होगा।”

ये होगी खासियत

हेरिटेज सिटी मथुरा में बांके बिहारी मंदिर के करीब स्थित होगी और राष्ट्रीय राजमार्ग और यमुना एक्सप्रेसवे से जुड़ी होगी। YEIDA के अनुसार, यह स्थान दिल्ली एनसीआर से आगरा की ओर जाने वाले घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों को आकर्षित करने में सक्षम होगा। इस परियोजना में एक धार्मिक गांव, एक प्रदर्शन कला संस्थान, देवताओं की पोशाक, आभूषण और मूर्तियों के लिए केंद्र, कन्वेंशन सेंटर, यूपी की सांस्कृतिक विरासत के लिए वन-स्टॉप डेस्टिनेशन और शहरी परिवहन केंद्र होंगे।

धार्मिक गांव में कथा वाचनालय, हाट बाजार, हस्तशिल्प बाजार, लाइट एंड साउंड शो, आश्रम, घाट और एक झील होगी। इसके अलावा, शहर में ध्यान केंद्र, धर्मशाला, पारदर्शनी हॉल और चिकित्सालय होंगे। शहर के लिए प्रस्तावित कुल 753 एकड़ में से 350 एकड़ में एक थीम-आधारित हेरिटेज सेंटर विकसित किया जाएगा। 103 एकड़ में फैला योग, कल्याण और प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र, 97 एकड़ से अधिक का ग्रीन पार्क, 46 एकड़ से अधिक क्षेत्र में पर्यटक यात्रा सुविधा, 42 एकड़ से अधिक का कन्वेंशन सेंटर और 35 एकड़ में आयुर्वेद केंद्र होगा। इसके साथ ही 26.60 एकड़ में स्टार होटल, 19.60 एकड़ में बजट होटल, 10 एकड़ में वृद्धाश्रम और 7 एकड़ में सर्विस अपार्टमेंट विकसित किया जाएगा।