दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, राज्यसभा सांसद संजय सिंह के साथ आज अयोध्या में रामलला के दर्शन करने पहुंचे, वह हनुमान गढ़ी के मंदिर भी गए। यूपी चुनावों के लिए चुनावी बिगुल फूंकते हुए AAP आज अयोध्या में तिरंगा यात्रा निकाल रही है। AAP का दावा है कि वह यहां भाजपा के ‘फर्जी राष्ट्रवाद’ का मुकाबला करेगी।

मनीष सिसोदिया के द्वारा जैसे ही यह जानकारी दी गई कि वह आज रामलला के दर्शन जाएंगे, इस मामले पर राजनीतिक बयान बाजी भी शुरू हो गई। डिप्टी सीएम ने ट्विटर के माध्यम से बताया कि वह आज उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर के दर्शन करने जा रहे हैं। उनके इस ट्वीट पर बीजेपी के तेजिंदर पाल सिंह बग्गा ने उनके पुराने ट्वीट को साझा करते हुए तंज कस दिया। सिसोदिया ने बताया कि आज रामलला के दर्शन करने जा रहा हूं। अयोध्या में प्रभु श्रीराम ने जनता की ख़ुशहाली की सत्ता का ऐसा मानक स्थापित किया कि ‘राम राज’ आज भी स्वच्छ शासन-प्रशासन की सर्वोच्च प्रेरणा माना जाता है। तेजिंदर पाल सिंह बग्गा ने अपने पुराने ट्वीट के साथ मनीष सिसोदिया के पुराने ट्वीट का स्क्रीन शॉट साझा किया है, जहां उन्होंने नेताओं के मंदिर जाने की आलोचना की थी।

30 नवंबर 2017 को मनीष सिसोदिया ने मंदिर की जगह सरकारी स्कूल दर्शन की वकालत करते हुए कहा था कि अगर चुनावों से ठीक पहले मंदिर दर्शन की जगह सरकारी स्कूलों के दर्शन की राजनीतिक परंपरा होती तो देश के हर बच्चे को बेहतरीन शिक्षा की मिल रही होती। तेजिंदर बग्गा ने इस कमेंट के साथ आज उस ट्वीट का स्क्रीन शॉट भी साझा किया है, जहां उपमुख्यमंत्री यह बता रहे हैं कि दर्शन करने जा रहा हूं।

आम आदमी पार्टी ने उत्तर प्रदेश योगी सरकार के खिलाफ अयोध्या मामले को पहले भी उठाया था। आप ने ही आरोप लगाया था कि राम मंदिर ट्रस्ट, मंदिर के निर्माण के लिए दान के रूप में एकत्रित किए गए धन का दुरुपयोग कर रहा है। अयोध्या पहुंचे मनीष सिसोदिया ने ट्विटर पर अपनी कुछ तस्वीरें भी शेयर की हैं। जहां वह माथे पर टीका और संतों का आशीर्वाद लेते हुए दिखाई दे रहे हैं। यहां सिसोसिया ने कहा कि भगवान श्रीराम की कृपा और संतों के आशीर्वाद से ही मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी ईमानदारी और विकास की राजनीति की नई परिभाषा बनती जा रही हैं।

आम आदमी पार्टी यूपी विधानसभा चुनाव में अपनी सियासी जमीन को तलाश रही है। पिछले दिनों संजय सिंह ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव से मुलाकात की थी तो गठबंधन की सुगबुगाहटें सुनाई दी थी लेकिन अब तक इस पर आगे कोई कदम नहीं उठाया गया है।