भूमि अध्यादेश पर मोदी सरकार की आलोचना करते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इसके खिलाफ सड़कों पर विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया और कहा कि सुशासन प्रदान करने के बजाए केंद्र सरकार सांप्रदायिक हिंसा में शामिल हो रही है और स्थिति आपातकाल से भी बदतर हो गई है। ममता ने कहा-हम भूमि अध्यादेश के खिलाफ हैं। हमने अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है और हम अपने रुख पर कायम रहेंगे और किसी तरह का जबरन भूमि अधिग्रहण नहीं होना चाहिए।

ममता ने यहां भूमि अध्यादेश के खिलाफ एक रैली को संबोधित करते हुए कहा-वे (मोदी सरकार) दूसरी बार भूमि अध्यादेश लाएं हैं। भाजपा सरकार के कामकाज पर उन्होंने कहा-एक साल के बाद अगर आप इनकी उपलब्धि पर गौर करें तो यह शून्य है। वे केवल सेल्फी खींचने में लगे हैं, सांप्रदायिक हिंसा भड़का रहे हैं और लोगों को धार्मिक आधार पर बांट रहे हैं। वे केवल झूठ बोल रहे हैं।

गौरतलब है कि ममता बनर्जी केंद्र सरकार के खिलाफ हमेशा मुखर रही हैं। जमीन अध्यादेश को लेकर वे मोदी सरकार को पूरी तरह से घेरना चाहती हैं। उन्होंने पूरे जोश के साथ रैली की अगुआई की और मोदी सरकार की गरीब विरोधी नीतियों पर निशाना साधा।