कोलकाता के दक्षिणी क्षेत्र में माजेरहाट पुल का एक हिस्सा मंगलवार को ढह जाने से कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गयी जबकि कई लोग मलबे में दबे हैं। कई वाहन भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। पुलिस ने यह जानकारी दी। भीड़भाड़ वाले अलीपुर इलाके में 40 साल पुराना यह पुल व्यस्त समय के दौरान करीब पौने पांच बजे ढहकर रेलवे लाइन पर गिरा। यह पुल माजेरहाट रेलवे स्टेशन के उपर से गुजरता है और सिटी सेंटर को बेहाला और अन्य दक्षिणी उपनगरीय क्षेत्रों से जोड़ता है।पुलिस ने एक व्यक्ति की मौत की पुष्टि की है। बचावकार्य में लगे अग्निशमन र्किमयों के अनुसार मलबे से 25 घायलों को निकाला गया है।
पुलिस के मुताबिक घायलों को एसएसकेएम और सीएमआरआई अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। वैसे राज्य की मंत्री चद्रिमा भट्टाचार्य ने बताया कि उन्होंने इस हादसे में पांच लोगों की मृत्यु होने की बात सुनी है लेकिन इसकी अभी पुष्टि नहीं हुई है। एनडीआरएफ के महानिदेशक संजय कुमार ने कहा कि अर्थमूवर्स (मलबा हटाने में उपयोग में लायी जाने वाली बड़ी मशीन) का इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘मलबा हटाने के समय में हमें सुरक्षा पहलू को ध्यान में रखना होगा।’’ एक अन्य मंत्री फिरहाद हकीम के अनुसार मलबे में फंसे लोगों का पता लगाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि बचाव कार्य पूरा होने के बाद हम तकनीकी जांच शुरु करेंगे।
एक चश्मदीद के अनुसार मलबे के नीचे एक मिनीबस और एक निजी कार में कुछ लोग फंसे हुए हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि पहली प्राथमिकता घायलों और फंसे हुए लोगों को बचाना है। इस घटना के कारण का पता लगाने के लिए जांच का आदेश दिया जाएगा। शहर के महापौर सोवन चटर्जी और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी दुर्घटनास्थल पर हैं। पूर्वी रेलवे के प्रवक्ता के अनुसार सर्कुलर रेलवे सेवाएं और बज बज सियालदह लाइन प्रभावित हुई है। स्थानीय ट्रेन सेवाएं पौने पांच बजे से निलंबित हैं। पुल के ढह जाने के कारण दक्षिण पश्चिम कोलकाता के विशाल क्षेत्रों और समीप के दक्षिण 24 परगना जिले से यातायात अवरुद्ध है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना को बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है। सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने ट्वीट किया कि कोलकाता में माजेरहाट पुल के ढह जाने के बाद बचाव टीम, आपदा प्रबंधन टीम, पुलिस, अग्निशमन कर्मी मौके पर पहुंच गये हैं। बचाव अभियान चल रहा है।
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने मजेरहाट पुल के एक हिस्से को गिरने की घटना की दुखद जताया है। राजनाथ सिंह ने कहा है कि एनडीआरएफ की चार टीमें घटनास्थल पर पहुंच गई हैं। एक और टीम घटनास्थल पहुंच रही है। राजनाथ सिंह ने कहा है कि वे घायलों के जल्द ठीक होने की कामना करता हूं।
कोलकाता में घटनास्थल पर रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए आर्मी की टीम पहुंच गई है। सेंट्रल आर्म्स पुलिस फोर्स की टीम के सदस्य ने मलबा हटाने का काम शुरू कर दिया है। मलबे में कई लोगों के दबे होने की खबर है।
कोलकाता के तारातला में पुल हादसे में एक शख्स की मौत हो गई है। जबकि मलबे में कई लोगों के दबे होने की आशंका है। राहत और रेस्क्यू ऑपरेशन तेजी से चलाया जा रहा है। बता दें कि सीएम ममता बनर्जी
इस वक्त कोलकाता से बाहर दार्जिलिंग में हैं। उन्होंने कहा है कि फ्लाइट नहीं होने की वजह से वह अभी कोलकाता नहीं आ सकती हैं।
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी ने ममता सरकार पर हमला बोला है। राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी ने कहा है कि पुल की अच्छे से देखभाल की जरूरत थी जो नहीं हुई। राज्यपाल ने कहा कि ऐसी रिपोर्ट आई थी कि पुल पर काफी दिनों से एक गड्ढ़ा बना हुआ था। उन्होंने कहा, "मुझे नहीं पता है कि PWD को इसकी जानकारी थी या नहीं, PWD और रेलवे प्रशासन की जिम्मेदारी है कि वे इसकी देखभाल करते, इस मामले की जांच होनी चाहिए।"
कोलकाता में पुल का एक हिस्सा गिरने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया है। पीएम ने कहा, "कोलकाता में पुल का एक हिस्सा गिरना बेहद दुखद है, हादसे में घायल हुए लोगों के परिवार के साथ मेरी संवेदना है, मैं कामना करता हूं कि इस हादसे में जो घायल हुए हैं, जल्द ठीक हो।"
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने कहा है कि उन्होंने घटना में पांच लोगों की मौत की खबर सुनी है। हालांकि, इसकी अभी पुष्टि नहीं हुई है।
राज्य मंत्री फिरहाद हाकिम ने बताया, 'हादसे के दौरान जो लोग फंसे थे, उन्हें रेस्क्यू करा लिया गया है। यह 40 साल पुराना पुल था। अभी तक किसी की मौत की खबर नहीं है। लेकिन सर्च ऑपरेशन जारी है, जबकि छह लोग अस्पताल में भर्ती कराए गए हैं।'
यह पहला मौका नहीं है, जब कोलकाता शहर में पुल गिरा हो। लगभग दो साल पहले निर्माणाधीन विवेकानंद फ्लाइओवर गिर गया था। उस हादसे में करीब 20 लोगों की जान चली गई थी।
घटना के बाद छह लोगों को एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती कराया गया, जबकि एक का इलाज सीएमआरआई में चल रहा है। वहीं, स्थानीय लोगों ने आठ से 10 लोगों के पुल के मलबे में दबे होने की आशंका व्यक्त की है।
चश्मदीदों ने बताया कि वे लोग पुल के पास से गुजर रहे थे। जोर से आवाज आई थी। पहले तो कुछ समझ में नहीं आया। अचानक नजर पड़ी तो देखा कि पुल गिर चुका था। आठ से 10 लोगों के उसके मलबे में दबे होने की आशंका है।
यह पुल बेहाला-इकबालपुर को जोड़ता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुल करीब 60 वर्ष पुराना है। बीते कुछ दिनों से इसकी मरम्मत का काम चल रहा था। लेकिन शाम को लगभग चार बजे यह टूट गया। कुछ चार पहिया और दो पहिया वाहन भी इस हादसे की चपेट में आ गए।