महाराष्ट्र में राज ठाकरे और शिवसेना के बीच विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। शिवसेना नेता संजय राउत ने राज ठाकरे को महाराष्ट्र का ओवैसी बता दिया, जिसके बाद राज ठाकरे के समर्थक भड़क गए। दरअसल एनबीटी को दिए गए एक इंटरव्यू के दौरान संजय राउत ने कहा कि महाराष्ट्र में राज ठाकरे बीजेपी के लिए ओवैसी का काम कर रहे हैं। जो काम ओवैसी ने बीजेपी के लिए यूपी में किया, वह काम राज ठाकरे बीजेपी के लिए महाराष्ट्र में कर रहे हैं।

संजय राउत के बयान के बाद महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के कार्यकर्ताओं ने सामना दफ्तर के बाहर पोस्टर लगाएं। सामना कार्यालय के बाहर लगे पोस्टर में लिखा है कि, “आपने ओवैसी किसको बुलाया? संजय राउत अपना लाउडस्पीकर बंद कर दीजिए, पूरे महाराष्ट्र को इसकी वजह से समस्या हो रही है। या फिर हम आपके लाउडस्पीकर को मनसे स्टाइल में बंद कर देंगे।” वहीं लाउडस्पीकर के संबंध में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है। गृह मंत्री अमित शाह को लिखे गए पत्र में एमएनएस ने मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने की मांग की है।

इसके साथ ही शनिवार सुबह शिवसेना दफ्तर के बाहर एमएनएस के कार्यकर्ता पोस्टर और बैनर लेकर पहुंचे और संजय राउत के बयान का विरोध किया। बता दें कि शनिवार यानी आज हनुमान जयंती है और आज राज ठाकरे खुद पुणे में हनुमान चालीसा का पाठ करने पहुंचने वाले हैं। राज ठाकरे पुणे में दो स्थानों पर हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे। पहले पुणे की खालकर चौक पर और फिर मारुति मंदिर के पास राज ठाकरे हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे।

कुछ दिन पहले ही राज ठाकरे ने महाराष्ट्र सरकार को चेतावनी देते हुए बयान दिया था कि मस्जिदों पर से सरकार लाउडस्पीकर हटवा ले, वरना एमएनएस के कार्यकर्ता मस्जिद के सामने लाउडस्पीकर लगाकर तेज आवाज में हनुमान चालीसा बजाएंगे। राज ठाकरे के इस बयान के बाद देश में राजनीतिक तापमान भी बढ़ गया और सभी राजनीतिक दलों ने अपने पार्टियों की लाइनों के हिसाब से इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त की।

राज ठाकरे के बयान के बाद शिवसेना भी हरकत में आई और शिवसेना नेता संजय राउत ने यहां तक कह दिया कि राज ठाकरे बीजेपी के स्पीकर हैं और वह बीजेपी की स्क्रिप्ट पढ़ रहे हैं। संजय राउत ने कहा था कि शिवसेना को किसी से हिंदुत्व के बारे में सीखने की जरूरत नहीं है।