महाराष्ट्र की उद्धव सरकार ने कोरोना महामारी में मारे गए लोगों के परिजनों को 50-50 हजार रुपये देने की घोषणा की है। राज्य के राजस्व विभाग ने सरकार की ओर से ये जानकारी दी है।
उद्धव सरकार की ये घोषणा कांग्रेस विधायक दल के उस पत्र के बाद आई है, जिसमें कोरोना से मरने वालों के परिवारों को एक-एक लाख रुपये देने का आग्रह किया गया था। कांग्रेस इसी तरह की मांग केंद्र सरकार के साथ -साथ अन्य राज्यों में भी कर रही है। महाराष्ट्र सरकार की इस घोषणा के बाद से सोशल मीडिया पर योगी सरकार निशाने पर आ गई है।
लोग यूपी में भी इस तरह का मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं। लोग योगी सरकार से गंगा में उतराती लाशों का जिक्र करते हुए सवाल पूछ रहे हैं। ट्वीटर यूजर दुष्यंत द्विवेदी (@DushyantDiwvedi) ने लिखा- “अच्छा निर्णय। अब मदद देने के लिए यूपी ही बचा, जहां गंगा में लाशें तैर रही थीं”।
इसी के साथ कुछ यूजर ने इस मुआवजे को नकाफी भी बताया। विपिन जैन (@vj17061985) ने लिखा- इतना कम कैसे, जो मर गए उसके लिए सिर्फ 50 हजार, कम से कम अपने सत्तारूढ़ साथी को सुनें जिसने कहा कि राज्य सरकार द्वारा 1 लाख दिया जाना चाहिए। वास्तव में यह राज्य सरकार द्वारा न्यूनतम 5 लाख होना चाहिए।
राज्य सरकार की ओर से कहा गया कि इस मुआवजे के वितरण के लिए एक स्वतंत्र पोर्टल बनाया जाएगा। जहां पीड़ित परिवारों को आवेदन करना होगा। उसके बाद जरूरी प्रकिया पूरी करके मुआवजे की राशि दे दी जाएगी। कुछ अन्य राज्यों में इसी तरह से मुआवजे दिए जा रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने भी केंद्र सरकार की उस योजना को मंजूरी दे दी है, जिसके अनुसार कोरोना से मृत नागरिकों के परिवारों को 50 -50 हजार रुपये दिए जाएंगे।
बता दें कि कोरोना से ज्यादा प्रभावित राज्यों में महाराष्ट्र भी शामिल है। राज्य में अभी तक एक लाख 40 हजार मौतें हुईं है। वहीं कांग्रेस ने कोरोना मृतकों के परिवारों के लिए कम से कम चार लाख के मुआवजे की मांग की है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कांग्रेस शासित राज्यों में भी मुआवजे की राशि को बढ़ाने के लिए कहा है।