बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए शनिवार को 314 स्थानों पर अवैध ढांचों को गिरा दिया और सात होटल सील कर दिए। एक पब में आग लगने से 14 लोगों की मौत होने के एक दिन बाद यह कार्रवाई की गई। बीएमसी ने एक बयान में कहा है कि उसने शहर में और उपनगरों में 624 रेस्तरां, ढाबों और मॉल का निरीक्षण किया और 314 स्थानों पर खड़े अवैध व अनधिकृत ढांचों को ध्वस्त कर दिया। इसने कहा कि बीएमसी ने कार्रवाई के दौरान सात होटल सील कर दिए और 417 एलपीजी सिलेंडर जब्त किए।  निरीक्षण अभियान का ब्योरा देते हुए बीएमसी प्रवक्ता राम दोतोंडे ने बताया कि नगर निकाय के करीब 1000 अधिकारियों और कर्मचारियों ने इस कार्य में हिस्सा लिया। दोतोंडे ने बताया कि न सिर्फ मध्य मुंबई बल्कि मलाड और मुलुंड सहित दूरदराज के इलाकों में अनधिकृत होटल और रेस्तरां कार्रवाई का सामना कर रहे हैं।

उन्होंने बताया कि दक्षिण मुंबई में पुलिस मुख्यालय के पास स्थित लोकप्रिय जफरान होटल का एक बड़ा हिस्सा ध्वस्त कर दिया गया। नगर निकाय ने अपने पूरे कर्मचारियों को ड्यूटी पर रहने को कहा है। शिवाजी पार्क, मुलुंड, दहीसर, मलाड,  पारसी जिमखाना, ग्रांट रोड, अंधेरी और घाटकोपर में भी अभियान चलाया गया। नगर निकाय ने अपने अधिकारियों को टीमें गठित करने का भी निर्देश दिया है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि नए साल की पार्टियों के मद्देनजर रेस्तरां और बार सुरक्षा नियमों का पालन करें। दोतोंडे ने बताया कि मुंबई में 24 वार्ड हैं और सभी वार्डों में तीन टीमें रेस्तरां, पब और भोजनालयों की जांच कर रही हैं। सभी टीम में दस सदस्य हैं, जिनमें स्वास्थ्य और प्रशासनिक अधिकारी और निरीक्षक शामिल हैं। महानगरपालिका प्रशासन ने सभी कर्मियों को ड्यूटी पर रहने को कहा है। कई विभागों के कर्मियों के अवकाश और साप्ताहिक अवकाश को रद्द कर दिया गया है और उन्हें रेस्तरां और पबों की विस्तृत सूची दी गई है, जहां प्रारंभिक जांच के दौरान उल्लंघन पाए गए थे।

निकाय प्रमुख अजय मेहता ने सभी सहायक नगरपालिका आयुक्तों व बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के उपायुक्तों को भेजे अपने संदेश में कहा कि सभी क्षेत्रीय उपायुक्त व वार्ड अधिकारियों से अनुरोध किया जाता है कि वे भवनों और फैक्टरी विभागों के कर्मचारियों, चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी व दमकल विभाग के कर्मचारियों को मिलाकर एक टीम का गठन करें। संदेश में कहा गया है कि यह दल सभी रेस्त्रां में अपने संबंधित वार्डों का निरीक्षण करेगा और यह सुनिश्चित करेगा कि वहां आग लगने से बचने के पुख्ता इंतजाम हैं या नहीं। इसमें कहा गया है कि परिसरों में आग लगने पर बचकर निकलने के लिए मार्ग, सीढ़ियां होनी चाहिए और यह भी सुनिश्चित होना चाहिए कि यह जगह अतिक्रमण से मुक्त हो। अग्निशमन विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि वे इस बात का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि आग असल में किस कारण से लगी। इस भीषण आग में 14 लोगों की जान चली गई थी और 21 लोग जख्मी हो गए थे। मृतकों में खुशबू बंसाली भी थीं, जिनके 29वें जन्मदिन पर वहां पार्टी का आयोजन किया गया था।