महाराष्ट्र में गुड़ी पड़वा के दिन सावरकर मेमोरियल ने घरों में ‘हिंदू ध्वज’ लगाने की अपील की है। गुड़ी पड़वा मराठी समाज का नया साल होता है। इस त्योहार को लेकर महाराष्ट्र की राजनीति भी गर्म हो रखी है।

मिली जानकारी के अनुसार हिंदुत्वादी नेता और स्वतंत्रता सेनानी वी डी सावरकर की यादों को सहेजने का काम स्वातंत्र्यवीर सावरकर मेमोरियल करता है। लोगों के बीच सावरकर से जुड़ी जानकारी प्रसारित करने का काम यह संगठन करता है। अब इसी संगठन ने हिंदू ध्वज फहराने की अपील की है।

एक बयान में संगठन ने कहा कि दादर, मुंबई और पुणे में स्थित इसके कार्यालयों में विभिन्न साइज के झंडे उपलब्ध हैं। वहां से लोग ये झंडे ले सकते हैं। वहीं बीजेपी ने आरोप लगाया कि सरकार गुड़ी पड़वा जैसे त्योहारों के सार्वजनिक उत्सव पर प्रतिबंध लगा सकती है। भाजपा विधायक आशीष शेलार ने मंगलवार को आगामी त्योहारों से पहले दिशानिर्देशों पर स्पष्टता की कमी के लिए उद्धव ठाकरे की सरकार पर तंज कसा है।

मुंबई पुलिस ने 10 मार्च से 8 अप्रैल तक धारा 144 लागू की हुई है। गुड़ी पड़वा 2 अप्रैल को है, जबकि रामनवमी 10 अप्रैल को मनाई जाएगी। इसी को लेकर भाजपा नेता आशीष शेलार ने पत्रकारों से बात करते हुए आरोप लगाया कि जब भी हिंदू त्योहारों की बात आती है, “ऐसा लगता है कि मुख्यमंत्री का हाथ पंगु हो जाता है।”

उन्होंने कहा- “हिंदू त्योहारों के दौरान सरकार क्यों पंगु है? त्योहारों से पहले इस तरह के प्रतिबंध लगाने का जो कारण दिया गया है वो है आतंकवादी और राष्ट्र-विरोधी लोग ड्रोन, रिमोट माइक्रो एयरक्राफ्ट और पैराग्लाइडर के माध्यम से हमलों का प्रयास कर सकते हैं। कानून और व्यवस्था राज्य की जिम्मेदारी है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि लोग त्योहार नहीं मना सकते। गुड़ी पड़वा और रामनवमी से ठीक पहले मुंबई में कर्फ्यू लगा दिया गया है”।

शेलार की टिप्पणियों पर आपत्ति जताते हुए, शिवसेना नेता मनीषा कायंडे ने कहा कि शेलार का दिमाग लकवाग्रस्त हो गया है, क्योंकि वह राज्य भाजपा का अध्यक्ष बनना चाहते हैं। उन्होंने शेलार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर वह इस तरह की टिप्पणी करना जारी रखते हैं, तो शिवसेना कार्यकर्ता इसे लंबे समय तक सहन नहीं कर सकेंगे।