आयकर विभाग की टीम ने मंगलवार को महाराष्ट्र में शिवसेना के नेताओं आदित्य ठाकरे और अनिल परब के करीबियों के दफ्तर और आवास पर छापेमारी की है। ये छापेमारी मुंबई और पुणे में की जा रही है। दूसरी तरफ, इस छापेमारी को लेकर शिवसेना नेता संजय राउत ने भाजपा पर निशाना साधा है।

शिवसेना नेता संजय राउत ने आयकर विभाग द्वारा की जा रही कार्रवाई पर कहा, “ईडी और अन्य केंद्रीय जांच एजेंसियों को यही काम रह गया है कि जहां-जहां शिवसेना का कार्यकर्ता हैं, जहां-जहां शिवसेना की शाखा है, जहां-जहां शिवसेना के लोग चुनाव लड़ने जा रहे हैं। वहां छापा मारेंगे।

संजय राउत ने कहा, “पूरे देश में सबके मन में सवाल है कि केवल महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में ही केंद्रीय जांच एजेसियां चुने हुए लोगों को ही टारगेट क्यों कर रही हैं? अब तक महाराष्ट्र में सबसे ज़्यादा प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी हुई है।” शिवसेना नेता ने केंद्रीय जांच एजेंसियों द्वारा की जा रही कार्रवाई पर सवाल उठाया।

उन्होंने कहा, “अब तक महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी के 14 प्रमुख लोगों के खिलाफ ईडी की कार्रवाई हुई है। पश्चिम बंगाल में 60 लोगों के खिलाफ कार्रवाई हो रही हैं, लेकिन भाजपा के लोगों के खिलाफ ईडी और आयकर विभाग की कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।” संजय राउत ने कहा कि मुंबई पुलिस ईडी अधिकारियों की सांठगांठ से क्रिमिनल सिंडिकेट और रंगदारी रैकेट की जांच शुरू करेगी।

बीजेपी का एटीएम है ईडी- संजय राउत

शिवसेना नेता ने दावा किया, “मेरी बात नोट कर लें, इनमें से कुछ ईडी अधिकारी जेल भी जाएंगे।” राउत ने कहा कि ईडी के कुछ अधिकारी भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं, ईडी भाजपा का एटीएम बन गया है और मैंने प्रधानमंत्री को इन अधिकारियों द्वारा जबरन वसूली का रिकॉर्ड दिया है। इससे पहले आयकर विभाग की टीम ने बीएमसी के विभिन्न कॉन्ट्रैक्टर्स और शिवसेना नेताओं के कार्यालयों और परिसरों में छापेमारी की थी। ये पहली बार नहीं है जब ईडी के खिलाफ संजय राउत ने बयान दिया है। शिवसेना सांसद ने कुछ दिनों पहले, प्रवर्तन निदेशालय को चेतावनी देते हुए कहा था कि हिम्मत है तो वे उनके घर आएं।