महाराष्ट्र में सियासी संग्राम के बीच पुणे में देवेंद्र फडणवीस के पोस्टर लगे हैं। जिन पर लिखा गया है कि फडणवीस दोबारा सीएम बनेंगे। वहीं अनुराग कश्यप नाम के एक यूजर ने कमेंट करते हुए लिखा- ‘विधायक कम हैं तो क्या मुख्यमंत्री तो हम ही बनेंगे। एकनाथ शिंदे को कुछ बिहार के मुख्यमंत्री से सीखना चाहिए’।
सोशल मीडिया पर पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस का एक पुराना बयान वायरल हो रहा है, जिसमें वह बोल रहे हैं कि “मैं समंदर हूं, लौटकर वापस आऊंगा।” यह बयान उनकी सरकार जाने के बाद विशेष अधिवेशन में उन्होंने दिया था।
एकनाथ शिंदे के शिवसेना विधायक दल के नेता के रूप में बने रहने को लेकर 34 विधायकों के हस्ताक्षर वाले शिवसेना विधायक दल के प्रस्ताव को राज्यपाल के पास भेजा गया है।शिवसेना विधायक दल का प्रस्ताव पारित हुआ, जिसमें 34 विधायकों के हस्ताक्षर हैं। एकनाथ शिंदे 2019 में सर्वसम्मति से शिवसेना विधायक दल के नेता के रूप में चुने गए थे और अब भी वे शिवसेना विधायक दल के नेता बने रहेंगे। भारत गोगावाले को मुख्य सचेतक नियुक्त किया गया है।
महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट पर आज किसने क्या कहा-
वहीं कांग्रेस नेता कमलनाथ ने कहा कि मेरी अभी शरद पवार से बात हुई है, उन्होंने मुझे कहा कि NCP भी महा विकास अघाडी को समर्थन देती रहेगी। भाजपा पद का प्रलोभन और पैसे की राजनीति करती है। ये देश के भविष्य को खत़रे में डाल रही है।
महाराष्ट्र में मौजूदा राजनीतिक संकट पर शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि जो भी करना है उसका निर्णय महाविकास अघाड़ी एक साथ लेगी, लेकिन जब तक विधायक मुंबई में नहीं आते हैं तब तक कोई निर्णय नहीं होगा।
राउत ने यह भी कहा कि जब इस प्रकार की स्थिति किसी राज्य में बनती है तो ये इतिहास है कि विधानसभा भंग की जाती है। महाराष्ट्र की स्थिति कुछ ऐसी ही बनी हुई है। मुझे विश्वास है कि शिवसेना के जो विधायक गुवाहाटी में बैठे हैं वो सोचेंगे और परिवार में वापस दाखिल होंगे।
महाराष्ट्र के कांग्रेस अध्यक्ष बालासाहब थोराट ने कहा कि हमारे जो 44 विधायक हैं, वे सभी हमारे साथ में हैं। कुछ जगह गलत खबर आ रही है, मैं विनती करता हूं ऐसी गलत खबर न फैलाएं।
कांग्रेस नेता हरीश रावत ने महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट पर कहा कि एक चलती हुई सरकार को अस्थिर करने की कोशिश है। ये साफ हो रहा है कि भाजपा बौखलाई हुई है कि कैसे औरों के साथ शिवसेना की सरकार चला रही है। लोकतंत्र पर महाराष्ट्र में भी हमला हो रहा है।