महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए 20 नवंबर को मतदान होगा वहीं, वोटों की गिनती 23 नवंबर को की जाएगी। इस सबके बीच विपक्षी महा विकास अघाड़ी (MVA) ने महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों में से 260 सीटों के बंटवारे पर आम सहमति बनने का दावा किया है, लेकिन बची हुई 28 सीटों पर मामला पेचीदा साबित हो रहा है। यहां तक कि शिवसेना ने शुक्रवार को धमकी दी कि अगर महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले वार्ता में शामिल होते हैं तो वह वार्ता में भाग नहीं लेगी।
शिवसेना ने शुक्रवार को धमकी दी कि अगर महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले वार्ता में शामिल होते हैं तो वह वार्ता में भाग नहीं लेगी। गंभीरता का संकेत देते हुए महाराष्ट्र कांग्रेस प्रभारी रमेश चेन्निथला गतिरोध को सुलझाने के लिए शनिवार को मुंबई पहुंचेंगे।
वहीं, कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष नाना पटोले ने शुक्रवार को कहा कि आगामी राज्य विधानसभा चुनाव के लिए विपक्षी महा विकास आघाडी (एमवीए) के घटकों के बीच 25 से 30 सीट को लेकर गतिरोध है और पार्टी इकाई इस मुद्दे पर आलाकमान के किसी भी फैसले को स्वीकार करेगी। पटोले ने कहा, ‘‘शिवसेना ने करीब 48 सीट की लिस्ट दी है जबकि हमने उनमें से 18 पर दावा किया है। 25 से 30 सीट को लेकर विवाद है। हमने अपने पार्टी के आलाकमान को इसकी जानकारी दे दी है और इस मुद्दे पर अपने नेतृत्व के फैसले का पालन करेंगे।’’
संजय राउत ने कांग्रेस पर साधा निशाना
इससे पहले गतिरोध को लेकर कांग्रेस, खास तौर पर पटोले पर निशाना साधते हुए शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने कहा था, “समय बहुत कम है और सीट बंटवारे पर फैसले जल्दी होने चाहिए। मुझे लगता है कि राज्य के नेता सीट बंटवारे पर कोई फैसला लेने में सक्षम नहीं हैं और उन्हें हर चीज की लिस्ट दिल्ली भेजनी होगी। यह महत्वपूर्ण है कि कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व के साथ चर्चा होनी चाहिए।”
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नाना पटोले का पलटवार
राउत के बयान पर टिप्पणी करते हुए पटोले ने कहा कि तीनों एमवीए दलों- सेना (यूबीटी), कांग्रेस और एनसीपी (एसपी) के सभी नेता स्वाभाविक रूप से सीट बंटवारे की बातचीत पर अपने-अपने नेतृत्व को रिपोर्ट करते हैं। पटोले ने कहा, “हमारी 20 अक्टूबर को केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक है, जहां अंतिम निर्णय लिया जाएगा। हमारे बीच कोई भ्रम नहीं है या एमवीए के भीतर कोई विवाद नहीं है। मुझे नहीं पता कि राउत ने किस संदर्भ में यह बयान दिया,”
नाना पटोले ने सवाल किया, ‘‘क्या शिवसेना-यूबीटी नेता संजय राउत और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी- एसपी की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख जयंत पाटिल उद्धव ठाकरे या शरद पवार से विचार-विमर्श किए बिना फैसला ले सकते हैं?’’
125 सीटों पर पीछे हटने को तैयार नहीं कांग्रेस
एमवीए में कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) शामिल हैं। सूत्रों के अनुसार, शिवसेना (यूबीटी) ने कांग्रेस और शिवसेना-यूबीटी के लिए 100-100 सीटों और एनसीपी (सपा) के लिए 88 सीटों का फॉर्मूला प्रस्तावित किया है। शिवसेना (यूबीटी) के एक नेता ने कहा, “प्रत्येक पार्टी को दी गई सीटों पर छोटे सहयोगियों और दलों को समायोजित किया जा सकता है।”
शिवसेना नेता के अनुसार पटोले ने हालांकि, कांग्रेस के लिए 125 सीटों से पीछे हटने से इनकार कर दिया है और वह शिवसेना (यूबीटी) के साथ विदर्भ में सीटें साझा करने के लिए तैयार नहीं हैं। ऐसा माना जा रहा है कि इसी वजह से गुरुवार को सीट बंटवारे पर बातचीत के दौरान उनके और राउत के बीच टकराव हुआ।
(इनपुट- भाषा/ इंडियन एक्सप्रेस)