महाराष्ट्र पर्यटन विकास निगम ने नासिक के भागुर में वीर सावरकर गार्डन, थीम पार्क और म्यूजियम बनाने का निर्णय लिया है। सरकार ने वी.डी. सावरकर की पुण्यतिथि पर इसकी घोषणा की। पर्यटन मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा आज नासिक में इससे समारोह में शामिल होंगे।
वीर सावरकर गार्डन, थीम पार्क और म्यूजियम
अधिकारियों ने कहा कि महाराष्ट्र पर्यटन विकास निगम ने वीर सावरकर गार्डन, थीम पार्क और भगुर, नासिक में एक संग्रहालय विकसित करने का फैसला किया है। सरकार ने इस परियोजना की घोषणा इसलिए की है क्योंकि आज विनायक दामोदर सावरकर की पुण्यतिथि है। इस अवसर पर पर्यटन मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा आज नासिक में औपचारिक समारोह में शामिल होंगे।
महाराष्ट्र पर्यटन विकास निगम करेगा विकसित
महाराष्ट्र सरकार के एक आदेश में कहा गया है, “26 फरवरी को वीर सावरकर की पुण्यतिथि के अवसर पर महाराष्ट्र पर्यटन विकास निगम ने वीर सावरकर गार्डन, थीम पार्क और संग्रहालय को अपने फंड से विकसित करने का प्रस्ताव दिया है। इस पृष्ठभूमि में, नगर परिषद को वर्तमान में किए गए कार्य की राशि संबंधित ठेकेदार को भुगतान करनी चाहिए और उक्त कार्य को महाराष्ट्र पर्यटन विकास निगम की स्थिति में वर्गीकृत करना चाहिए। उसके बाद महामंडल प्रशासनिक स्वीकृति के अनुसार ठेकेदार द्वारा उक्त कार्य को पूर्ण करे।”
आदेश में आगे कहा गया है, “इसके अलावा अगर अतिरिक्त कार्य किया जाना है, तो महाराष्ट्र पर्यटन विकास निगम को अपने फंड से एक अलग निविदा प्रक्रिया का संचालन करना चाहिए। उक्त थीम पार्क या संग्रहालय का स्वामित्व नगर परिषद के पास रहेगा लेकिन निगम को इसका निर्माण करना चाहिए और इसे नियमित रूप से अपने धन से मेंटेन करना चाहिए।”
महाराष्ट्र सरकार का सावरकर सर्किट
इसके साथ ही महाराष्ट्र पर्यटन विभाग स्वतंत्रता सेनानी विनायक दामोदर सावरकर से जुड़े स्थानों तक पर्यटकों की पहुंच आसान करने के लिए सावरकर सर्किट की शुरुआत करने जा रही है। इसका उदघाटन रविवार, 26 फरवरी को वीर सावरकर की 57वीं पुण्यतिथि पर किया गया।
महाराष्ट्र के पर्यटन मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा के अनुसार, “सावरकर सर्किट में मुख्यतः पांच स्थान शामिल किए जाएंगे। इसमें एक नासिक स्थित वीर सावरकर का गांव भगूर होगा, जहां सावरकर का जन्म हुआ था। दूसरा पश्चिम महाराष्ट्र के सांगली जिले में स्थित उनके भाई का स्मारक। तीसरा, पुणे के फर्ग्यूसन कॉलेज हॉस्टल का वह कमरा, जहां सावरकर रहते थे। चौथा, रत्नागिरि की जेल, जहां उन्हें एक बार कैद रखा गया था और रत्नागिरि का ही वह पतित मंदिर जिसकी स्थापना सावरकर ने की थी। इस सर्किट में पांचवां स्थान मुंबई स्थित सावरकर स्मारक होगा।