महाराष्ट्र की दिन-पर-दिन बढ़ती सियासी लड़ाई के बीच उद्धव सरकार के एक मंत्री ने एकनाथ शिंदे के गुट को धमकाया है। महाराष्ट्र सरकार के कैबिनेट मंत्री और शिवसेना के वरिष्ठ नेता सुभाष देसाई ने कहा कि बागी विधायक मुंबई एयरपोर्ट आए तो आधे शिवसेना भवन जाएंगे और बाकियों को 72 घंटे तक नहीं निकलने दिया जाएगा। सुभाष देसाई ने गोरेगांव में आयोजित शिवसेना उत्तर भारतीय कार्यकर्ता सम्मेलन में ये सारी बातें कहीं।

सुभाष देसाई ने कहा, “जिस दिन भी वह मुंबई आएंगे उनमें से आधे से ज्यादा शिवसेना भवन में दाखिल हो जाएंगे और बाकी को एयरपोर्ट से बाहर निकलने नहीं दिया जाएगा।’ सुभाष देसाई ने कहा कि शिवसेना इतना विशाल संगठन है कि 24 घंटे, 48 घंटे, 72 घंटे या जितने समय तक बोलो एयरपोर्ट का घेराव करके रखा जाएगा। शिवसेना मंत्री ने कहा, “छत्रपति शिवाजी की तलवार दुश्मनों को डराती है तो एकनाथ शिंदे और उसके बगावती साथी यहां आने से डरेंगे नहीं तो और क्या करेंगे।”

शिवसेना भवन में डाका: मंत्री ने कहा, “शिवसेना भवन में एक डाका हुआ है, अगर वह बागी विधायक महाराष्ट्र के किसी भी बिल में होते तो महाराष्ट्र की पुलिस उन्हें घसीट कर लेकर आती इसलिए डरकर वे लोग गुवहाटी में जाकर बैठे हैं और धमकियां दे रहे हैं।” उन्होंने कहा कि वो वहां परिवर्तन का सपना देख रहे हैं, लेकिन महाराष्ट्र में परिवर्तन करना है तो इस महाराष्ट्र की भूमि पर आना होगा।

आदित्य ठाकरे ने कहा भगोड़े: वहीं, दूसरी ओर आदित्य ठाकरे ने एकनाथ शिंदे पर निशाना साधते हुए कहा कि ये बागी नहीं भगोड़े हैं। जो भागकर जाते हैं वह कभी जीतते नहीं है। उन्होंने कहा, “अगर बगावत करनी थी तो यहीं करते। जो लोग दगाबाजी करते हैं, जो भागकर जाते हैं, वह कभी जीतते नहीं है। हमें जीत का भरोसा है।” आदित्य ठाकरे ने कहा कि बागी विधायक मुंबई आएं और मेरी आंखों मे आंखें डालकर कहें कि हमने क्या गलत किया है। बगावत करनी थी तो यहीं करते।

इससे पहले रविवार (26 जून) को शिवसेना सांसद संजय राउत ने बागी विधायकों को धमकी देते हुए कहा था कि अब यहां 40 विधायकों की सिर्फ बॉडी लौटेगी, जिसे हम पोस्टमार्टम के लिए विधानसभा भेजेंगे। एक सभा को संबोधित करते हुए संजय राउत ने कहा था, “जो 40 लोग वहां हैं वे ज़िंदा लाश हैं। ये मुर्दा हैं। उनके शरीर यहां आएंगे। उनकी आत्मा मरी हुई है। ये 40 लोग जब यहां उतरेंगे तो मन से ज़िंदा नहीं होंगे। उन्हें मालूम है कि ये जो आग लगी है उस से क्या हो सकता है। आकर दिखाएं वे।”