बीजेपी के पूर्व विधायक रमेश कुथे आज (26 जुलाई) शिवसेना (ठाकरे गुट) में शामिल हो गए। यह रमेश कुथे के लिए एक तरह की घर वापसी है। वह 1995 और 1999 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में शिवसेना के टिकट पर विधायक चुने गए थे।
उद्धव ठाकरे से मातोश्री में रमेश ने की मुलाकात
रमेश ने आज मुंबई में शिवसेना (UBT) प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से उनके आवास मातोश्री में मुलाकात की। इस बैठक के बाद मातोश्री में ही वह ठाकरे गुट में शामिल हो गए। रमेश कुथे 2018 में शिवसेना से बीजेपी में आए थे लेकिन अब उन्होंने घर वापसी कर ली है।
रमेश ने शिवसेना (ठाकरे गुट) में शामिल होने के बाद ‘मातोश्री’ के बाहर मीडिया से बातचीत की। इस मौके पर उन्होंने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चन्द्रशेखर बावनकुले के खिलाफ अपनी नाराजगी जाहिर की। रमेश ने कहा कि बावनकुले के बयान से हमें एहसास हुआ है कि पार्टी में हमारे साथ धोखा हुआ है।
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चंद्रशेखर बावनकुले से चल रहे थे नाराज
रमेश कुथे ने कहा, ”बीजेपी की एक बैठक में चंद्रशेखर बावनकुले ने हमें बताया कि हमारी पार्टी में शामिल होने के लिए नेताओं की लंबी कतार है। जो आएं उन्हें सिर हिलाओ, और यदि कोई जा रहा हो तो उन्हें जाने दो, क्योंकि हम हर किसी को खुश नहीं कर सकते। आने वालों को आने दो। जब आपकी पार्टी में 100 लोग शामिल होंगे तो पांच लोग पार्टी छोड़ देंगे। इसका मतलब है कि हमारी पार्टी 95 फीसदी फायदे में है।”
रमेश कुथे ने आगे कहा, ”बावनकुले की बात सुनकर मुझे लगा कि मेरे साथ धोखा हुआ है। इसलिए मैंने ठाकरे गुट में शामिल होने का फैसला किया। आज मैं मातोश्री आया, उद्धव ठाकरे से बात की और आधिकारिक तौर पर शिवसेना में शामिल हो गया। बीजेपी में बावनकुले ने हमें धोखा दिया है।” बता दें कि रमेश कुथे आगामी विधानसभा चुनाव में शिवसेना के ठाकरे गुट के टिकट पर चुनाव लड़ सकते हैं। रमेश कुथे कई अन्य भाजपा नेताओं और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पदाधिकारियों के साथ ठाकरे गुट में शामिल हुए हैं।