Madhya Pradesh Elections: मध्य प्रदेश में साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इसको लेकर बीजेपी और कांग्रेस पूरे आक्रामक रुख में दिखाई दे रही है। दोनों दलों ने जनता के बीच अपनी मजबूत पकड़ बनाने के लिए अभियान तेज कर दिया है। बीजेपी ने गुरुवार को अपने प्रत्याशियों की पहली सूची भी जारी कर दी। वहीं कांग्रेस राज्य में सत्ता में आने के लिए फिर से एक बार कोशिश कर रही है।
इसी बीच मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस की वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने मीडिया को संबोधित करते हुए राज्य की शिवराज सरकार पर जमकर हमला बोला। इस दौरान कमलनाथ ने भाजपा सरकार के घोटालों का पर्दाफाश करने का दावा किया। इसको लेकर उन्होंने एक आरोप पत्र भी जारी किया।
कांग्रेस के सीनियर नेता ने शिवराज सरकार के खिलाफ आरोप पत्र जारी करने के बाद बड़ा बयान दिया। कमलनाथ ने कहा कि मैं पिछले 45 साल से राजनीति कर रहा हूं। मुझ पर आजतक कोई उंगली नहीं उठा सकता।
जब मीडियाकर्मियों ने कमलनाथ से पूछा कि आप बीजेपी के 250 से ज्यादा घोटाले लेकर सामने आए हैं, जब आप सत्ता में आएंगे तो क्या आप इन सभी की फाइलें खुलवाएंगे? मीडियाकर्मियों के इस सवाल के जवाब में पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘मैंने कहा था कि अब कमलनाथ 2018 का मॉडल नहीं है, यह 2023 का मॉडल है।’ कमलनाथ ने कहा कि शिवराज सरकार प्रचार, भ्रष्टाचार और अत्याचार की सरकार है।
कमलनाथ ने आगे कहा कि मुझे नहीं पता था कि हमारी सरकार जाएगी, मैं जानता था जब यह सौदा शुरू हुआ था। मेरे पास विधायक आते थे और कहते थे कि मुझे इतना पैसा मिला है, लेकिन मैंने सौदा करने से इनकार कर दिया। मैं अपनी कुर्सी कभी भी सौदे से नहीं बचाऊंगा। मैंने विधायकों को कहा कि पैसा लो और मौज करो। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी सरकार ने गोशाला और महाकाल तक को नहीं छोड़ा।
वहीं इससे एक दिन पहले गुरुवार को मध्य प्रदेश युवा कांग्रेस ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ एक नया अभियान शुरू किया। राज्य युवा कांग्रेस के ट्विटर अकाउंट ने चौहान के “मामा” उपनाम को रेस्तरां एग्रीगेटर और फूड डिलीवरी कंपनी ज़ोमैटो के साथ जोड़ते हुए “मामाटो” शीर्षक के साथ सीएम का मज़ाक उड़ाया।
एक पोस्ट में जिसमें शिवराज सिंह चौहान को बर्तन हिलाते हुए एक व्यंग्यचित्र दिखाया गया। जिसमें दावा किया गया, “मामाटो स्पेशल खिचड़ी, भ्रष्टाचार से भरी हुई। कमीशन पूरा 50 प्रतिशत।”
प्रदेश कांग्रेस प्रमुख और पूर्व सीएम कमलनाथ ने 14 अगस्त को उज्जैन के प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर का दौरा किया और कहा कि उन्होंने भगवान को एक पत्र लिखा है। पत्र में लिखा गया था- ‘मैं उन सभी लोगों की ओर से आपसे अनुरोध करता हूं जो पीड़ित हैं कि मेरा मध्य प्रदेश भ्रष्टाचार के दलदल में डूब रहा है।’ पत्र में कहा गया है, ‘भ्रष्टाचार की जननी पार्टी के 50 फीसदी कटौती नियम’ के तहत किए गए घोटालों से कोई भी अछूता नहीं रहता है।’