भाजपा के नेता की ओर से पीएम मोदी की अकबर से करने पर उन्हीं की पार्टी के नेता और गुना से सांसद केपी यादव भड़क गए। उन्होंने उनके इस बयान को मूर्खतापूर्ण पूर्ण बताया और कहा कि पार्टी को इसका पूरा संज्ञान लेना चाहिए। नहीं तो भविष्य ऐसे कई लोग गलतबयानबाजी करके पार्टी की छवि धूमिल करने का काम करेंगे।
यादव ने कहा कि अगर पीएम मोदी की तुलना करनी है किसी से तो शिवाजी जैसे वीरों से होनी चाहिए और जो लोग पार्टी में अभी नए आए उन्हें पार्टी की विचारधारा को समझाना होगा।
गौरतलब है कि बीते शुक्रवार (20-मई-2022) को केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया गुना लोकसभा में विकासकार्यों का शिलान्यास करने गए थे। जहां पर जनता को संबोधित करते हुए सिंधिया के करीबी माने जाने वाले मध्य प्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने पीएम मोदी की तुलना अकबर से कर दी।
उन्होंने मंच से सिंधिया की तारीफ करते हुए कहा कि महाराज (ज्योतिरादित्य सिंधिया) जिस विभाग में भी जानते हैं उस विभाग का कायाकल्प कर देते हैं। उन्होंने जमीन में धंसे हुए उड्डयन विभाग को नई उचाईयों पर पहुंचा दिया है। मैं आज मनाता हूं अकबर इसलिए बड़ा था कि उसके पास 9 हीरे थे। अकबर में सर्वश्रेष्ठ हीरा चुनने की क्षमता थी, ठीक उसी प्रकार पीएम मोदी ने महाराज के रूप में बिल्कुल एक हीरे की चुना है।
गौरतलब है कि केंद्रीय मंत्री सिंधिया गुना लोकसभा सीट में आने वाले अशोकनगर जिले में 43 करोड़ रुपए के विकास कार्यों का शिलान्यास करने गए थे। इस मौके पर सांसद केपी यादव का नाम शिलापट्ट पर नहीं था जो प्रोटोकॉल के मुताबिक होना चाहिए था। इस पर केपी यादव ने कहा कि महाराज और मेरे बीच किसी भी तरह का कोई मतभेद नहीं है। वो हमारे केंद्रीय मंत्री और भाजपा के नेता है और हाल ही में हुए उनके शिवपुरी और अशोक नगर दौरे पर में उनके साथ था। हम दोनों ने पार्टी कार्यकर्ताओं के मीटिंग की और अपने विचार रखें।
वहीं, शिलापट्ट पर नाम न होने के सवाल पर कहा कि केंद्रीय मंत्री सिंधिया भी कह चुके हैं कि प्रोटोकॉल का पालन होना चाहिए। हमारे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, गृह मंत्री अमित शाह आदि भी यही बात कह चुके हैं। उन्होंने सिंधिया के करीबी माने जाने वाले संजू सिसोदिया का नाम लेते हुए कहा कि वे लोग इस तरह का कार्य करके पार्टी की छवि खराब करने के साथ-साथ सिंधिया जी की छवि खराब कर रहे हैं।