इंदौर में दंगों की साजिश में गिरफ्तार किए गए आरोपियों का तालिबान से भी कनेक्शन सामने आया है। एमपी के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि समाज के कुछ लोग देश को तोड़ने की साजिशें कर रहे हैं। ऐसे लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।
पुलिस का कहना है कि आरोपियों के पास से 200 संदिग्ध आपत्तिजनक दस्तावेज, पेनड्राइव, व्हाट्सएप चैट मिला है। इसकी जांच की जा रही है। गृह मंत्री ने इसकी पुष्टि कर कहा है कि इस मामले के बाद खूफिया एजेंसियों ने भी मप्र में अलर्ट जारी किया है। उनका कहना है कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है। इंदौर को अलर्ट पर रखा गया है। इसके साथ ही पुलिस की टीमें मामलों की जांच कर रही हैं।
इंदौर कांड का पाक से कनेक्शन
बीते दिनों दंगों की साजिश के मामले में पुलिस की एक टीम बनाई गई थी। इसके बाद आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस की एक टीम ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इन आरोपियों के खिलाफ दंगा भड़काने की साजिश के आरोप लगे थे। इसी मामले में पुलिस लगातार जांच कर रही है। पहले इन लोगों का पाकिस्तान से कनेक्शन सामने आया था। अब तालिबान से गठजोड़ की भी जांच की जा रही है।
गौरतलब है कि सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था। इसमें देखा जा सकता है कि इंदौर में एक चूड़ी बेचने वाले शख्स के साथ भीड़ मारपीट करती नजर आ रही है। लोगों का कहना है कि शख्स ने महिला के साथ छेड़छाड़ की और अपनी पहचान छिपाई। वहीं पीड़ित तस्लीम का आरोप है कि लोगों ने पहले उसकी जाति पूछी और फिर उसकी पिटाई करने लगे।
उधर, लोगों ने घटना का विरोध किया तो पुलिस ने हिंसा में चार लोगों को गिरफ्तार किया था। इसमें से एक अल्तमश खान भी है। अल्तमश ने असद्ददीन की पार्टी एआईएमआईएम की भी सदस्यता ले रखी है। पुलिस के मुताबिक चारों आरोपी सोशल मीडिया के माध्यम से भड़काऊ पोस्ट कर रहे थे। वो राज्य में दंगे भड़काने की योजना बना रहे थे।
इससे पहले पुलिस ने कहा था कि अल्तमश खान के तार पाकिस्तान से जुड़े होने के भी सबूत मिले हैं। उसके पास से पुलिस को कई तरह की आपत्तिजनक सामग्री मिली हैं, जिससे प्रदेश की शांति व्यवस्था को खतरा था। गिरफ्तार होने वाले आरोपियों में अल्तमश खान के अलावा मोहम्म्मद इमरान अंसारी, जावेद खान व सैयद इरफान अली शामिल हैं। चारों की उम्र 20 से 30 साल के बीच है और ये सभी कट्टरपंथी विचारधारा से प्रेरित हैं।