मध्य प्रदेश की मंत्री उषा ठाकुर ने कहा है कि उनके साथ सेल्फी लेने के इच्छुक लोगों को 100 रुपये का भुगतान करना होगा क्योंकि यह एक “समय लेने वाली प्रक्रिया” है जिससे उनके कार्यक्रमों में देरी होती है और यह राशि पार्टी के काम के लिए बीजेपी के कोष में जमा की जाएगी।
राज्य की राजधानी भोपाल से करीब 250 किलोमीटर दूर खंडवा में शनिवार को पत्रकारों से बात करते हुए राज्य की संस्कृति मंत्री ने यह भी कहा कि वह गुलदस्ते के बजाय किताबें स्वीकार करेंगी क्योंकि केवल भगवान विष्णु को ही फूल चढ़ाए जा सकते हैं क्योंकि फूलों में देवी लक्ष्मी का वास है। मंत्री ने कहा, “सेल्फ़ी क्लिक करने में बहुत समय बर्बाद हो जाता है, और अक्सर हमें अपने कार्यक्रमों के लिए घंटों देर हो जाती है। किसी भी व्यक्ति को मेरे साथ एक सेल्फी क्लिक करने के लिए बीजेपी कोष में 100 रुपये जमा करना चाहिए।”
मंत्री ने कहा, “जहां तक फूलों के साथ लोगों का स्वागत करने का सवाल है, हम सभी जानते हैं कि देवी लक्ष्मी उनमें निवास करती हैं। इसलिए भगवान विष्णु के अलावा और कोई नहीं, जो फूल स्वीकार कर सकते हैं। इसलिए, मैं फूल स्वीकार नहीं करती। इसके अलावा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कहा है कि फूलों के गुलदस्ते के बजाय किताबें तोहफे में देनी चाहिए।”
बता दें कि 2015 में, ठाकुर के कैबिनेट सहयोगी कुंवर विजय शाह ने भी प्रस्ताव दिया था कि उनके साथ सेल्फी लेने वालों को 10 रुपये दान करने होंगे। मालूम हो कि मध्य प्रदेश की संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर अपने बयान को लेकर सुर्खियों में रहती हैं।
इससे पहले उन्होंने कहा था कि कोरोना महामारी को रोकने के लिए एक यज्ञ करने की ज़रूरत है। मंत्री ने कहा कि प्राचीन समय से चली आ रही हमारी प्रथा के अनुसार हमारे पर्यावरण को शुद्ध करने के लिए यज्ञ की जरूरत है। जो कि कोरोना की तीसरी लहर को रोके रखने में मददगार साबित होगा।
ठाकुर ने इंदौर हवाई अड्डे पर देवी अहिल्याबाई होल्कर की मूर्ति के सामने बिना मास्क के पूजा-अर्चना की थी। मंत्री ने बताया कि महामारी से बचने के लिए उन्होंने यह पूजा की थी।