मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बाद दूसरे सबसे ताकतवर नेता गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा लगातार कृषि कानूनों पर किसान संगठनों को मनाने की कोशिश में हैं। हालांकि, अपने तीखे बयानों के लिए पहचाने जाने वाले मिश्रा ने भी किसान आंदोलन में टुकड़े-टुकड़े गैंग के लोगों के शामिल होने की संभावना जताई है। उन्होंने जबलपुर में मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि सरकार यह बात कह चुकी है कि ना तो मंडिया बंद की जाएंगी और ना ही न्यूनतम समर्थन मूल्य बंद किया जाएगा। इसके बावजूद कुछ लोग आंदोलन को हवा दे रहे हैं। गृह मंत्री ने आरोप लगाया कि किसान आंदोलन टुकड़े-टुकड़े गैंग जैसे समूह ही करवा रहे हैं।
गृह मंत्री ने आगे चेतावनी देते हुए कहा कि यह देश का दुर्भाग्य है। टुकड़े टुकड़े गैंग संभावनाओं पर आंदोलन कर देती है। लेकिन जो लोग यह नारा लगा रहे थे कि तुम कितने अफजल मारोगे हर घर से अफजल निकलेगा, उन्हें कह देना चाहते हैं कि हम उस घर में घुस कर मारेंगे जिस घर से अफजल निकलेगा।
मिश्रा ने कहा कि सोशल मीडिया के जरिए संभावनाओं के आधार पर भ्रम फैलाकर देश के टुकड़े टुकड़े गैंग ने पहले एक माहौल बनाया और फिर सीएए के खिलाफ आंदोलन शुरू कर दिया। इसी तरह देश में नए कृषि कानून को लेकर भ्रम फैलाया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि टुकड़े-टुकड़े गैंग ही किसान आंदोलन को भी भड़का रहा है।
‘दिग्विजय सिंह के समय थी राज्य में अशांति, अब हम अपराधियों को भून देंगे’: नरोत्तम मिश्रा ने शिवराज सिंह के शासन से पहले की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि हमें नक्सल गतिविधियों में बड़ी सफलता मिली है। नक्सल गतिविधियों पर विराम और हमारा अभियान समानांतर चल रहे हैं। एक दौर था, वो शायद दिग्विजय सिंह का था, जब पूरे प्रदेश में अशांति थी। कोई भी अपराधी अब मध्य प्रदेश में शरण नहीं ले पाएगा, हम भून देंगे।