BRS एमएलसी के. कविता को प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद विपक्षी पार्टियों के नेताओं के बयान सामने आ रहे हैं। विपक्षी पार्टी के नेता इसे केंद्र सरकार पर निशाना साध रहे हैं। इसी बीच राजद सांसद मनोझ झा ने कहा कि मुझे खबर है कि हमारे बिहार में 100-125 लोगों की लिस्ट बनी हुई है।

राजद सांसद मनोझ झा ने कहा, ‘देश में कोई भी विपक्ष का नेता या दल ऐसा नहीं है जिस पर इस तरह की दबिश ना हो रही हो… मुझे खबर है कि हमारे बिहार में 100-125 लोगों की लिस्ट बनी हुई है। बीजेपी राजनीतिक डील नहीं कर पा रही है। लेकिन इन्हीं 100-125 लोगों से बीजेपी ईडी, सीबीआई, इनकम टैक्स से डील कराने की कोशिश में है।

मनोझ झा ने कहा कि हमें इन्हीं संस्थाओं के अधिकारियों से खबर है। क्योंकि उन संस्थाओं में कुछ हमारे मित्र हैं, वो मना करते हैं कि यह नहीं करना चाहिए, लेकिन मौजूदा भाजपा अपने राजनीतिक हित के लिए किसी भी सीमा तक जा सकती है।’

वहीं भाजपा नेता सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा, “…जितनी संस्थाएं और एजेंसियां हैं वो अपना काम कर रही हैं। कांग्रेस के दौर में वे(संस्थाएं और एजेंसियां) तोते की तरह होती थीं, लेकिन हमारे दौर में वे खुले परिंदे की तरह हैं।

बता दें, दिल्ली शराब घोटाला से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में शुक्रवार को ईडी ने बीआरएस एमएलसी के कई परिसरों की तलाशी की और के कविता को हिरासत में ले लिया। शनिवार को उन्हें दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया है, जहां उनकी याचिका पर सुनवाई होगी।

दिल्ली एक्साइज पॉलिसी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी द्वारा दिल्ली की कोर्ट में पेश किए जाने पर बीआरएस नेता के कविता ने कहा, “मेरी गिरफ्तारी अवैध है, हम इसे कोर्ट में चैलेंज करेंगे।” कविता को विशेष न्यायाधीश एमके नागपाल की कोर्ट में पेश किया गया है।

कविता के वकील ने कोर्ट से कहा कि गिरफ्तारी की लिखित आधार पर मुझे आपत्ति है। मुझे उसे पढ़ने की अनुमति दी जाए। कविता के वकील विक्रम चौधरी ने कविता से बात करने के लिए पांच मिनट का समय मांगा, जिसकी अनुमति दे दी गई।

के कविता के वकील ने ईडी की गिरफ्तारी को गलत बताया। उन्होंने कहा, “जब सुप्रीम कोर्ट में मामला लंबित है तो कविता को कैसे गिरफ्तार किया जा सकता है। ईडी ने खुद सुप्रीम कोर्ट में अंडरटेकिंग दी थी कि कविता को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा। ऐसे में यह गिरफ्तारी गैरकानूनी और शक्ति का दुरुपयोग है।”