Delhi Government Schools: दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अब दिल्ली के उप राज्यपाल वी के सक्सेना ने दिल्ली सरकार के सरकारी स्कूलों में अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति में कथित अनियमितताओं और ‘फर्जी’ शिक्षकों को वेतन के भुगतान में धन के गबन की आंतरिक जांच का आदेश दिया है। उपराज्यपाल कार्यालय के सूत्रों ने बृहस्पतिवार (22 सितंबर, 2022) को यह जानकारी दी।
उपराज्यपाल सचिवालय ने मुख्य सचिव को निदेशक (शिक्षा) को सलाह देने के लिए कहा है कि वह अपने स्कूलों में दिल्ली सरकार द्वारा नियुक्त सभी अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति, उपस्थिति और वेतन की निकासी संबंधी जानकारियों को तुरंत सत्यापित करें। साथ ही इसकी जांच रिपोर्ट एक महीने के भीतर सौंपे।
उपराज्यपाल सचिवालय ने मुख्य सचिव को भेजे गए नोट में कहा, ‘उपराज्यपाल ने पाया है कि ‘फर्जी’ अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति और धन गबन के मामले गंभीर चिंता का विषय हैं और यह प्रधानाचार्य/उप प्रधानाचार्य/लेखा कर्मचारियों की मिलीभगत के बिना संभव नहीं हो सकता।’
उप राज्यपाल वीके सक्सेना द्वारा गैर-मौजूद अतिथि शिक्षकों के माध्यम से कथित रूप से धन की हेराफेरी करने के आरोप में दिल्ली सरकार के एक स्कूल के चार उप प्रधानाचार्यों के खिलाफ आरोपों की जांच के लिए भ्रष्टाचार निरोधक शाखा को अनुमति दिए जाने के कुछ दिनों बाद यह कदम उठाया गया है।
बता दें, दिल्ली की आप सरकार और उपराज्यपाल वी के सक्सेना के बीच जंग थमने का नाम नहीं ले रही है। इस मामले से पहले बृहस्पतिवार (1 सितंबर, 2022) को उपराज्यपाल ने एक के बाद एक कई ट्वीट कर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आप विधायकों के आरोपों पर चुप्पी तोड़ी थी। जिसके बाद उनके ट्वीट पर आप के कई नेताओं ने एलजी निशाना साधा था।
उपराज्यपाल ने अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट पर एक लेटर जारी कर दिल्ली सरकार को जमकर खोटी सुनाई थीं। एलजी वीके सक्सेना ने एक बयान में कहा, ‘मैंने उनसे अच्छे शासन, करप्शन को लेकर जीरो टोलरेंस और दिल्ली के लोगों को बेहतर सेवा देने की बात की, लेकिन दुर्भाग्यवश मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हताश होकर मामले को भटकाने और झूठे आरोपों का सहारा लिया।
वहीं दिल्ली के डिप्टी मनीष सिसोदिया के घर पर हुई सीबीआई की छापेमारी के बाद से आप और भाजपा आमने सामने हैं। भाजपा, मनीष सिसोदिया पर भ्रष्ट होने का आरोप लगा रही है। वहीं आम आदमी पार्टी का कहना है कि भाजपा, आप की लोकप्रियता से घबरा गई है, इसीलिए उन्हें फंसाना चाहती है।