दिल्ली में सोमवार से लॉकडाउन में ढील देने का फैसला किया गया है। वहीं लॉकडाउन की पाबंदियां सात जून तक लागू रहेंगी। दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) ने मौजूदा लॉकडाउन को एक सप्ताह बढ़ा दिया है। लॉकडाउन के दौरान निर्माण स्थलों पर कामगारों और कर्मचारियों को जाने की अनुमति होगी लेकिन उन्हें आवाजाही के लिए ई-पास लेने होंगे। राजधानी दिल्ली में पूर्णबंदी में आंशिक ढील के तहत कारखानों व निर्माण कार्य की अनुमति दिए जाने के एलान के एक दिन बाद कोरोना संक्रमण के मोर्चे पर एक और राहत मिली है। दो महीने बाद दिल्ली में चौबीस घंटे में कोरोना के नए मामले एक हजार से कम आए हैं।
चौबीस घंटे में संक्रमण के 956 मामले सामने आए हैं और इस बीमारी की वजह से 122 मरीजों की मौत हुई है। इस दौरान संक्रमण की दर 1.19 फीसद दर्ज की गई। राजधानी में 22 मार्च को कोरोना संक्रमण के 888 मामले दर्ज किए गए थे और इसके बाद से पहली बार एक दिन में एक हजार से कम मामले सामने आए हैं।
दिल्ली में शनिवार को 2380 मरीज ठीक होकर घर गए हैं। राजधानी में 13035 सक्रिय मामले हैं और 6303 मरीजों का इलाज घर में किया जा रहा है। अस्पताल में 5501, कोविड केयर सेंटर में 216 और कोविड हेल्थ सेंटर में 59 मरीजों का इलाज किया जा रहा है।
दिल्ली में 24 घंटे में 56559 आरटीपीसीआर और 23914 एंटीजन जांच की गई हैं। अब तक कुल 19161600 जांच की जा चुकी हैं। शनिवार को 31303 लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाव का टीका लगा है। कुल 5289848 लोगों को यह टीका लगाया जा चुका है।
राजधानी में पूर्णबंदी सात जून तक लागू रहने से संबंधित अदोश शनिवार रात दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव सत्य गोपाल ने जारी किए। आदेश के मुताबिक यदि कोई व्यक्ति बंदी के तय प्रावधानों का उल्लंघन करता पाया जाएगा तो उस पर भारतीय दंड संहिता (आइपीसी ) धारा 188 व आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के कानूनों के प्रावधान 51 से 60 तक के तहत कार्यवाही की जाएगी। यह व्यवस्था सात जून सुबह पांच बजे तक लागू रहेगी।