Tejashwi Yadav CBI questioning: बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव नौकरी के बदले जमीन संबंधी कथित घोटाले में पूछताछ के लिए शनिवार को नई दिल्ली में सीबीआई के सामने पेश हुए। इससे पहले वह पूछताछ के लिए दिए गए तीन तारीखों पर पेश नहीं हुए थे। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी यादव सुबह करीब साढ़े 10 बजे सीबीआई मुख्यालय पहुंचे और जरूरी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद उन्हें जांच दल के सामने पूछताछ के लिए ले जाया गया। इसी मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने उनकी बहन और राज्यसभा सांसद मीसा भारती से पूछताछ की।

पूछताछ से पहले बोले तेजस्वी- हम जीतेंगे

सीबीआई के सामने पेश होने से पहले तेजस्वी यादव ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, “हमने हमेशा एजेंसियों के साथ सहयोग किया है, लेकिन देश में स्थिति ऐसी है कि लड़ना बहुत मुश्किल हो गया है। हमने इसके खिलाफ लड़ने का फैसला किया है और हम जीतेंगे।” तेजस्वी यादव ने 16 मार्च को दिल्ली हाई कोर्ट का रुख किया और इस मामले में उन्हें जारी किए गए सीबीआई के समन को रद्द करने का निर्देश देने की मांग की थी।

गिरफ्तार नहीं किए जाने के वादे पर हुए पेश

सीबीआई ने दिल्ली हाई कोर्ट को आश्वासन दिया था कि वह तेजस्वी यादव को इस महीने गिरफ्तार नहीं करेगी। इसके बाद तेजस्वी यादव ने नौकरी के बदले जमीन मामले में पूछताछ के लिए 25 मार्च को एजेंसी के समक्ष पेश होने को लेकर सहमति जताई थी। तेजस्वी यादव के वकील मनिंदर सिंह ने कहा था कि उनके मुवक्किल को सीबीआई के सामने पेश होने के लिए कुछ समय चाहिए। क्योंकि बिहार विधानसभा का मौजूदा सत्र पांच अप्रैल तक चलेगा।

CBI ने कहा- शनिवार को विधानसभा नहीं चलता

हाई कोर्ट में मनिंदर सिंह ने कहा था कि उनके मुवक्किल तेजस्वी यादव 25 मार्च को सीबीआई के दिल्ली मुख्यालय में जांच अधिकारी के सामने सुबह साढ़े 10 बजे पेश होंगे। सीबीआई के वकील डी पी सिंह ने अदालत से कहा था कि विधानसभा का सत्र शनिवार को नहीं चलता और यादव अपनी सुविधा के अनुसार मार्च में किसी भी शनिवार को एजेंसी के सामने पेश हो सकते हैं। राजद नेता ने अपने खिलाफ 28 फरवरी, चार मार्च और 11 मार्च के लिए जारी समन को रद्द करने का अनुरोध किया था।

क्या है नौकरी के बदले जमीन घोटाला

सीबीआई ने आरोप लगाया है कि राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के 2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री रहने के दौरान पसंदीदा उम्मीदवारों को बिना किसी विज्ञापन या सार्वजनिक सूचना के नियमों और प्रक्रियाओं का उल्लंघन करते हुए रेलवे में ग्रुप डी के पदों पर नियुक्त किया गया था। एजेंसी के अनुसार इसके बदले अभ्यर्थियों ने सीधे या अपने परिवार के सदस्यों के जरिये लालू प्रसाद के परिवार के सदस्यों को जमीन कथित तौर पर बेहद सस्ती दरों पर बेची थीं।

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CBI और ED की कार्रवाई तेज

सीबीआई के मुताबिक लालू प्रसाद जब रेल मंत्री थे तब कम से कम आठ लोगों को जमीन के प्लॉट के बदले रेलवे में नौकरी दी गई थी। लालू और उनके परिवार ने कथित तौर पर केवल 26 लाख रुपये में 1 लाख वर्ग फुट से अधिक भूमि का अधिग्रहण किया, जब तत्कालीन संचयी बाजार मूल्य 4.39 करोड़ रुपये से अधिक था। दूसरी ओर ईडी ने इस मामले में तलाशी लेने के बाद कहा कि उसने 1 करोड़ रुपये की “बेहिसाब नकदी” जब्त की और 600 करोड़ रुपये की अपराध की आमदनी की जानकारी जुटाई है।

राबड़ी देवी और लालू प्रसाद को दिल्ली की कोर्ट से जमानत

तेजस्वी यादव के माता-पिता बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद को इसी सीबीआई जांच के सिलसिले में दिल्ली की एक अदालत ने जमानत दे दी थी। अदालत ने उन्हें इस तथ्य पर विचार करते हुए जमानत दे दी कि उन्हें “गिरफ्तारी के बिना चार्जशीट किया गया था” और “फिलहाल गिरफ्तारी की कोई आवश्यकता नहीं।”