Land For Job Case: आरजेडी प्रमुख और पूर्व केंद्रीय रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) को जमीन के बदले नौकरी घोटाला मामले (Land For Job Case) में झटका लगा है। बता दें कि इस मामले में केंद्र की तरफ से केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई (CBI) को मुकदमा चलाने की मंजूरी मिल गई है। बता दें कि रेलवे में ‘जमीन के बदले नौकरी’ घोटाला उस वक्त का मामला है, जब लालू प्रसाद यादव केंद्रीय रेल मंत्री थे।
राबड़ी देवी का भी नाम:
गौरतलब है कि पिछले साल अक्टूबर में सीबीआई ने पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव और उनकी पत्नी राबड़ी देवी (Rabri Devi) समेत और 14 अन्य के खिलाफ नौकरी घोटाले में चार्जशीट दाखिल किया था। बता दें कि पिछले साल अक्टूबर में सीबीआई ने बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के सचिव संजय यादव से दिल्ली में पूछताछ की थी।
सीबीआई ने अपने चार्जशीट में आरोप लगाया कि तत्कालीन रेलवे अधिकारियों के साथ मिलीभगत करके आरोपियों ने लोगों को उनके नाम पर या उनके करीबी रिश्तेदारों के नाम पर जमीन के बदले नौकरी देने का काम किया। जांच एजेंसी के मुताबिक नौकरी के उम्मीदवारों को कथित तौर पर रेलवे अधिकारियों द्वारा ‘अनुचित हड़बड़ी’ में आवेदन करने के तीन दिनों के अंदर नियुक्ति दी थी। यह नियुक्ति समूह डी पदों पर विकल्प के रूप में दी गई थी। वहीं बाद में व्यक्तियों ने खुद की या फिर उनके परिवार के सदस्यों ने अपनी जमीन ट्रांसफर कर दी थी।
जांच एजेंसी का आरोप है कि इस तरह किए गए हस्तांतरण राबड़ी देवी और उनकी बेटी मीसा भारती व हेमा यादव के नाम हुए। एजेंसी का कहना है कि इस मामले में करीब 1.05 लाख वर्ग फुट जमीन पटना में लालू प्रसाद यादव के परिवार के अन्य सदस्यों ने विक्रेताओं को नकद भुगतान करके अधिग्रहित किया था।
सीबीआई के दावे के मुताबिक प्लॉट का सौदा उस समय के सर्किल रेट से कम और बाजार रेट से काफी कम कीमत हुआ था। इसके अलावा सीबीआई के अनुसार रेलवे में नौकरी के लिए कई उम्मीदवारों ने फर्जी टीसी का इस्तेमाल किया था और मंत्रालय के सामने झूठे प्रमाणित दस्तावेज पेश किए।