उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य इन दिनों काफी सुर्खियों में हैं। अब उन्होंने सीएम योगी के विभाग को पत्र लिखा है। बता दें कि उन्होंने नियुक्ति और कार्मिक विभाग के अपर मुख्य सचिव से आउटसोर्सिंग में आरक्षण की जानकारी मांगी है। लेटर में डिप्टी सीएम ने कहा है कि यह मुद्दा वह विधान परिषद में भी उठा चुके हैं।

पिछले दिनों संगठन को लेकर उनका बयान काफी चर्चित रहा था। जिसमें उन्होंने कहा था कि ‘संगठन से बड़ा कोई नहीं होता है’। इसे सीएम योगी पर साधे गए निशाने के तौर पर देखा गया था। इस दौरान उनके दिल्ली जाने से भी मामला काफी चर्चा में आ गया था।

CM योगी के विभाग को लिखे पत्र में क्या है?

डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने केशव प्रसाद मौर्य ने आउटसोर्सिंग और संविदा पर काम कर रहे कर्मचारियों की कुल संख्या को लेकर जानकारी मांगी है।

केशव प्रसाद मौर्य की ओर से एक लेटर सामने आया है जिसमें लिखा है,”तारीख 11 अगस्त 2023 को विधान परिषद में मेरे द्वारा कार्मिक विभाग के अधिकारियों से आउटसोर्सिंग\संविदा पर काम करने वाले कुल अधिकारियों\कर्मचारियों की जानकारी चाही गई थी। जो सूचना विभाग के पास ना होने के कारण मेरे द्वारा 16 अगस्त 2023 को सूचनाएं इकट्ठा करने के साथ ही आरक्षण के संबंध में पूर्व में जारी किए गए शासन आदेश का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए लिखा गया था।” इस चिट्ठी की तारीख को लेकर भी चर्चा है कि डिप्टी सीएम के साइन 4 जुलाई के हैं और चिट्ठी 15 जुलाई को डिस्पैच की गई। इतने दिन तक चिट्ठी बाहर क्यों नहीं आई?

उत्तर प्रदेश की सियासत में उथल-पुथल?

पिछले कुछ दिनों की ख़बरों पर नज़र डालें तो कई बैठकें, रिपोर्ट्स, बयान काफी कुछ इशारा करते हैं। साफ संकेत मिलता है कि उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा के भीतर उथल-पुथल मची हुई है। इससे यह चर्चा जोरों पर है कि भाजपा आलाकमान राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण राज्य में संगठनात्मक फेरबदल की संभावना तलाश रहा है।

सबसे ज्यादा चर्चा हुई डिप्टी CM केशव प्रसाद मौर्य के दिल्ली पहुंचने और BJP अध्यक्ष JP नड्डा से मुलाकात करने की। इससे पार्टी के भीतर मौजूदा नेतृत्व के खिलाफ विरोध की आवाज़ को लेकर बाहर चर्चा होने लगी। केशव प्रसाद मौर्य का एक ट्वीट आया जिसमें लिखा था कि संगठन से बड़ा कोई नही होता है। उनके ट्वीट के भी कई मायने निकाले गए। अखिलेश यादव ने बयान जारी कर कहा कि मौजूदा सरकार के भीतर जारी लड़ाई से जनता को नुकसान हो रहा है।