Karnataka Assembly Election: कर्नाटक में विधानसभा चुनाव (Karnataka Assembly Election) को लेकर राजनीतिक दल काफी एक्टिव हो गए हैं। मतदाताओं को लुभाने के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस (Congress) पूरा जोर लगा रही है। बीजेपी और कांग्रेस के विधायक यहां लोगों को प्रेशर कुकर बांट रहे हैं।
मुफ्त योजनाओं की घोषणाओं को लेकर पीएम मोदी ने केजरीवाल पर कसा था तंज
चुनावों से पहले वोटरों को लुभाने के लिए मुफ्त योजनाओं की घोषणाओं को लेकर सुप्रीम कोर्ट में मामला चल रहा है। इस बीच भाजपा के विधायक अरविंद लिंबावली और कांग्रेस एमएलए रामालिंगा रेड्डी ने शनिवार को अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में प्रेशर कुकर बांटे हैं। वहीं, गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले अरविंद केजरीवाल की मुफ्त बिजली जैसी तमाम घोषणाओं को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन पर हमला बोला था।
कर्नाटक में इस साल के आखिर में चुनाव होना है, जिसे लेकर सभी पार्टियां जुट गई हैं। गुजरात चुनाव के दौरान भी मुफ्त घोषणाओं को लेकर अरविंद केजरीवाल और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच जुबानी जंग देखने को मिली थी। गुजरात चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने मुफ्त बिजली समेत कई घोषणाएं की थीं। प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्षी दलों पर तंज कसा था। उन्होंने कहा था कि अगर सियासत में स्वार्थ होंगे तो कोई भी आकर कल पेट्रोल-डीजल मुफ्त देने का प्लान कर सकता है। इस पर केजरीवाल ने भी पलटवार किया और कहा कि टैक्स पेयर के साथ धोखा तब होता है, जब चंद साथियों के बैंक कर्ज माफ किए जाते हैं।
चुनाव में मुफ्त योजनाओं पर सुप्रीम कोर्ट में चल रहा मामला
चुनावों के दौरान अक्सर देखा गया है कि राजनीतिक दल वोटरों को लुभाने के लिए मुफ्त योजनाओं की घोषणाएं होने लगती हैं। वोट के लिए कोई बिजली माफी का ऐलान करता है, तो कोई लैपटॉप बांटने की घोषणा करता है। इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट में मामाल भी चल रहा है। जनता को लुभावने वादों से वोटबैंक बनाने के लिए रेवड़ी कल्चर को खत्म करने के लिए याचिका दाखिल की गई थी। याचिका में मुफ्तखोरी की घोषणा करने वाली पार्टियों की मान्यता रद्द करने की मांग की गई है। इस पर अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने सवाल उठाते हुए कहा था कि इस तरह की योजनाओं की घोषणा राजनीतिक पार्टियों का लोकतांत्रिक और संवैधानिक अधिकार है।
इसके अलावा, अरविंद केजरीवाल ने वॉशिंगटन डीसी में पब्लिक ट्रांसपोर्ट मुफ्त करने की घोषणा को लेकर भी तंज कसा था। उन्होंने कहा कि क्या इसका मुफ्त की रेवड़ी कहकर मजाक उड़ाना चाहिए।