कर्नाटक विधानसभा चुनाव में अब महज कुछ दिन ही शेष हैं। ऐसे में राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस और विपक्षी भाजपा के बीच जुबानी हमले भी बढ़ गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार एक-दूसरे को कठघड़े में खड़ा कर रहे हैं। राहुल गांधी ने बुधवार (3 मई) को बीदर में एक जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने वहां उपस्थित लोगों को पीएम मोदी के ‘चरित्र’ के बारे में बताया। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘मैं आपको उनके (पीएम मोदी) चरित्र के बारे में बताता हूं। मोदीजी जब घबराते हैं तो वह किसी न किसी पर व्यक्तिगत हमला करने लगते हैं। वह किसी भी व्यक्ति की बुराई करना शुरू कर देते हैं। किसी व्यक्ति के बारे में गलत बोलेंगे…मुझमें और उनमें ये फर्क है। वह मेरे बारे में कुछ भी बोलें, जितना भी उल्टा-सीधा बोलें मुझ पर कोई फर्क नहीं पड़ता। वह हिन्दुस्तान के प्रधानमंत्री हैं और मेरे मुंह से उन पर व्यक्तिगत हमला कभी नहीं होगा। होगा ही नहीं! चाहे वह कुछ भी बोलें, मेरे बारे में कुछ भी कहें या मेरा कुछ भी करें मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। नरेंद्र मोदी जी हिन्दुस्तान के प्रधानमंत्री हैं। मैं हिन्दुस्तान का हूं और मैं अपने प्रधानमंत्री पर व्यक्तिगत हमला कभी नहीं करने वाला।’

कर्नाटक विधानसभा चुनाव की तिथि समीप आते हुए भाजपा, कांग्रेस और जनता दल सेक्युलर के शीर्ष नेता पूरी ताकत के से चुनाव प्रचार में जुट गए हैं। इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को ही गुलबर्गा में एक चुनावी रैली को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि पिछले पांच वर्षों में कर्नाटक तबाह हुआ है, लेकिन अब वह राज्य को बर्बाद नहीं होने देंगे। नौजवानों को नई राह दिखाई जाएगी और महिलाओं को सम्मान देने पर जोर दिया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी वंदे मातरम् का अपमान करते हैं। कांग्रेस सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाती है। उसने हमसे सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगे। कांग्रेस ने वर्तमान सेना प्रमुख को गुंडा कहा।’ पीएम मोदी ने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस के जो लोग दिल्ली में कैंडल मार्च निकाल रहे थे, लेकिन उनका कैंडल उस वक्त कहां था जब एक दलित लड़की को बीदर में प्रताड़ित किया जा रहा था। पीएम ने कहा कि पिछले चुनावों के दौरान कांग्रेस ने वादा किया था कि वह मल्लिकार्जुन खड़गे को सीएम बनाएगी, लेकिन उसने ऐसा नहीं किया। कांग्रेस ने दलितों को भ्रमित किया। कांग्रेस इसी तरह से राजनीति करती है। बता दें कि कर्नाटक में 12 मई को चुनाव होने हैं, जबकि 15 को मतगणना है। कर्नाटक विधानसभा का चुनाव एक चरण में ही कराया जाएगा।