कंगना रनौत के ‘भीख में आजादी’ वाली बात के बाद उनके सपोर्ट और विरोध, दोनों में लोग बयान दे रहे हैं। अब भोपाल से बीजेपी सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने कंगना का सपोर्ट करते हुए कहा कि देश को असल आजादी पीएम मोदी के आने के बाद ही मिली है।
बुधवार को मालेगांव बम विस्फोट मामले में एनआईए अदालत में पेश होने के बाद बीजेपी सांसद ने ये बातें कहीं। जब उनसे कंगना के बयान पर पत्रकारों ने सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि सही मायने में आजादी 2014 के बाद ही मिली है। प्रज्ञा ठाकुर ने कहा- देखिए ऐसा है सच्चे अर्थों में आजादी किसे कहते हैं… ये तो प्रश्नचिन्ह था। क्योंकि एक स्वतंत्रता मिलती है, जब व्यक्ति विकास करता है, उन्नति करता है और सब तरफ से स्वतंत्र होता है”।
उन्होंने आगे कहा कि स्वतंत्रता और पाकिस्तान के बनने के बाद भी हमारे देश में स्वतंत्रता जिस तरीके से होनी चाहिए थी वो नहीं थी। उन्होंने कहा- 2014 में जब मोदी जी आए हैं शासन में, तबसे सच्चे अर्थों में लोगों को लगने लगा है कि भारत स्वतंत्र है”।
आगे कंगना के बयान का सपोर्ट करते हुए ठाकुर ने कहा कि उन्होंने सीधे शब्दों में कह दिया, तो बुरा लग गया। भाजपा सांसद ने कहा- “लेकिन जो सच्चे अर्थों में जीवन जीते हैं, जो झेल रहे थे लोग ,कांग्रेस के समय में भ्रष्टाचार तो वो क्या था। आज अगर सच्चे अर्थों में विकास हो रहा है, उन्नति हो रही है, लोग स्वाभिमान से जीना सीख गए हैं। स्वतंत्रता से बोल पा रहे हैं। तो इसमें क्यों बुरा लगना चाहिए”।
प्रज्ञा ठाकुर ने आगे विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा- “”जब स्वतंत्र भारत है, तो बाकी लोगों को बोलने की आजादी नहीं है? वामपंथी बोलते हैं तो उनकी आजादी का मतलब होता है और हिन्दू जब बोलता है तो कोई उसका मतलब नहीं रहता है। राष्ट्रवादी व्यक्ति बोलता है तो उसपर प्रश्नचिन्ह क्यों? ये मेरा भी प्रश्न है। इस तरह की मानसिकता को बदलना पड़ेगा”।
बता दें कि कंगना ने एक इंटरव्यू में कहा था कि जो आजादी हमें मिली, वह तो भीख थी। असली आजादी तो साल 2014 में मिली है। इसके बाद कंगना के इस बयान पर काफी विवाद भी हुआ था। कई बीजेपी के नेता भी कंगना के इस बयान के विरोध में उतर आए थे। कई जगह कंगना के खिलाफ मामला भी दर्ज किया गया है।