जेएनयू प्रशासन ने बिना अनुमति के डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘मुजफ्फरनगर बाकी है’ को कैंपस में दिखाने के आरोप में अनिर्बान भट्टाचार्य को नोटिस जारी किया है। यूनिवर्सिटी ने अनिर्बान से कहा है कि वह प्रोक्टर के समक्ष पेश होकर अपनी पक्ष रखे। बता दें कि अनिर्बान 9 फरवरी का अफजल गुरु की बरसी पर हुए कार्यक्रम के मामले में भी आरोपी है। इस कार्यक्रम के दौरान भारत विरोधी नारे लगे थे।
नोटिस के अनुसार,’ चीफ प्रोक्टर को आपके खिलाफ 7 अगस्त 2015 की एक शिकायत मिली है। इस शिकायत में आरोप है कि आपने बिना अनुमति के ‘डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘मुजफ्फरनगर बाकी है’ की स्क्रीनिंग में हिस्सा लिया। यह फिल्म 4 अगस्त 2015 को गोदावरी ढाबे के पास साढ़े नौ बजे दिखाई गई थी। आपसे 4 मई 2016 को शाम तीन बजे प्रोक्टर के सामने पेश होकर इस मामले में अपनी स्थिति साफ करने को कहा जाता है। आप अपने बचाव में अगर कोई सबूत देना चाहते हैं तो दे सकते हैं। तय तारीख को पेश न होने पर मान लिया जाएगा कि आपको इस मामले में कुछ नहीं कहना और आप शिकायत से सहमत है। ऐसी स्थिति में आपकी गैरमौजूदगी में मामले में सुनवाई होगी।’
अफजल गुरु की बरसी पर हुए कार्यक्रम के मामले में जेएनयू ने अनिर्बान के 5 साल तक किसी भी कोर्स में प्रवेश लेने पर रोक लगा दी थी। इस फैसले के खिलाफ अनिर्बान कई अन्य छात्रों के साथ अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर है।
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