झारखंड के स्कूलों में शुक्रवार को छुट्टी देने वाला मामला तूल पकड़ता जा रहा है। बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने एक बार फिर से यह मुद्दा उठाया है और उन्होंने कहा है कि सरकार को इस ओर ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने यहां तक उम्मीद जताई है कि अगर सरकार ने इस तरफ ध्यान नहीं दिया तो आने वाले समय में बॉर्डर से सटे क्षेत्रों में 100% आबादी मुस्लिम बहुल हो जाएगी।
बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने इस मुद्दे पर एक समाचार चैनल से बात की और कहा, “पिछले 3 सालों से झारखंड में जब से हेमंत सोरेन और कांग्रेस की सरकार आई है, तबसे झारखंड में तुष्टिकरण शुरू हो गया। पहले हाथ जोड़ कर प्रार्थना होती थी, वहीं पर कुछ स्कूलों में अब हाथ बांधकर प्रार्थना होने लगी है।”
बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने आगे कहा, “झारखंड के सैकड़ों स्कूलों में शुक्रवार को छुट्टी होने लगी है। पूरे देश में स्कूलों की छुट्टी रविवार को होती है लेकिन झारखंड में अब शुक्रवार को छुट्टी होने लगी है। झारखंड इस्लामीकरण की तरफ बढ़ रहा है और अगर इसे नहीं रोका गया, तो बांग्लादेश से सटा हुआ जो इलाका है, वह पूरी तरह से इस्लामीकरण की तरफ चला जाएगा। किसी तरह हम नक्सलीकरण से तो बच गए लेकिन अब इस्लामीकरण हो रहा है।”
बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि मुर्शिदाबाद, मालदा का जो इलाका है और बिहार का जो अररिया, किशनगंज, भागलपुर है। वही स्थिति अब झारखंड में भी हो रही है और यह बॉर्डर से सटे हुए इलाकों में ही हो रही है। अगर हमने इस ओर ध्यान नहीं दिया, एनआईए को नहीं भेजा और एनआरसी लागू नहीं की, तो एक समय ऐसा आ जाएगा कि यह इलाका पूरी तरह से 100% मुस्लिम बहुल क्षेत्र हो जाएगा। यहां की डेमोग्राफी बदल रही है।”
बता दें कि कुछ दिन पहले बिहार के भी मुस्लिम बहुल इलाकों के स्कूलों में शुक्रवार के दिन छुट्टी का मामला सामने आया था। मुस्लिम बहुल आबादी वाले किशनगंज, अररिया, कटिहार और पूर्णिया जिले के सरकारी स्कूलों से ऐसी खबरे सामने आई थी।