झारखंड के मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू ने कहा है कि उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) नेता तेजस्वी यादव को उन सीटों के बारे में बता दिया है, जिन पर झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) बिहार में चुनाव लड़ना चाहता है।
बिहार विधानसभा के लिए दो चरणों में- छह नवंबर और 11 नवंबर को मतदान होना है और मतगणना 14 नवंबर को होगी।
सोनू ने शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उन्होंने हाल ही में पटना में एक बैठक के दौरान इस मुद्दे पर चर्चा की थी, जिसमें झामुमो की भागीदारी से INDIA गठबंधन को होने वाले राजनीतिक फायदों के बारे में बताया गया था।
मंत्री ने कहा कि उन्होंने छह अक्टूबर को आरजेडी के साथ हुई गठबंधन की बैठक में ये मुद्दे उठाए थे। उन्होंने बताया कि उसी बैठक में यह निर्णय लिया गया था कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव आपस में इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे।
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घाटशिला में 11 नवंबर को होने वाले उपचुनाव के बारे में सोनू ने कहा कि यह सीट पारंपरिक रूप से झामुमो का गढ़ रही है।
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महागठबंधन के भीतर सीट बंटवारे को लेकर विवाद चल रहा है। कई सीटें ऐसी हैं, जहां पर महागठबंधन में शामिल दलों ने एक-दूसरे के खिलाफ ही मैदान में उम्मीदवारों को उतार दिया है।
आदिवासी इलाकों की सीटों पर है नजर
झामुमो झारखंड में INDIA ब्लॉक की सरकार का नेतृत्व कर रहा है और बिहार में अपने सहयोगी दलों से सम्मानजनक संख्या में सीटें हासिल करना चाहता है खासकर राज्य की सीमा से सटे आदिवासी इलाकों की सीटों पर उसकी नजर है। खबरों के मुताबिक, झामुमो बिहार में लगभग एक दर्जन सीटों पर चुनाव लड़ना चाहता है। पार्टी का कहना है कि बिहार चुनाव में हम उन इलाकों में अच्छा प्रदर्शन करेंगे जहां हमारी पकड़ है।
2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में झामुमो ने राजद के साथ सीट शेयरिंग न होने के कारण चार सीटों पर अकेले चुनाव लड़ा था लेकिन उसे कोई सफलता नहीं मिली थी। 2005 के चुनाव में झामुमो ने बिहार में दो सीटें जीती थीं जबकि 2010 में यह घटकर सिर्फ एक पर रह गई थी।
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