कांग्रेस ने मुंबई के एक मेट्रो स्टेशन के नाम को लेकर भाजपा पर हमला बोला। महाराष्ट्र कांग्रेस ने सोमवार को आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने यहां लाइन-3 के साइंस सेंटर मेट्रो स्टेशन का नाम पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के नाम पर जानबूझकर नहीं रखा। जिसके बाद कांग्रेस ने मुंबई मेट्रो एडमिनिस्ट्रेशन से स्टेशन का नाम नेहरू विज्ञान केंद्र से बदलकर वर्ली विज्ञान केंद्र करने पर जवाब मांगा और मांग की कि इसे भारत के पहले प्रधानमंत्री के नाम पर किया जाना चाहिए।

मुंबई कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता सचिन सावंत ने ‘एक्स’ पर पोस्ट में कहा कि नेहरू का योगदान इतना महान और अविस्मरणीय है कि भाजपा चाहे जितना भी उनका अपमान करे या उनकी विरासत को बदनाम करने की कोशिश करे, उसके ये प्रयास व्यर्थ ही रहेंगे। उन्होंने कहा कि पूरे देश को पता है कि वर्ली क्षेत्र, जहां यह मेट्रो स्टेशन है, नेहरू साइंस सेंटर के नाम से जाना जाता है। सावंत ने आरोप लगाया कि भाजपा को नेहरू के नाम से एलर्जी है इसलिए उन्होंने जानबूझकर स्टेशन का नाम केवल ‘साइंस सेंटर’ रखा।

कांग्रेस ने इसे जवाहरलाल नेहरू की स्मृति का अपमान करार दिया

कांग्रेस प्रवक्ता ने इसे पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न पंडित जवाहरलाल नेहरू की स्मृति का गहरा अपमान करार दिया और कहा कि उनकी दूरदृष्टि ने भारत की वैज्ञानिक सोच, औद्योगिक प्रगति और आधुनिक दृष्टिकोण की नींव रखी। सावंत ने कहा, ‘‘यह कृत्य भाजपा की छोटी मानसिकता, असहिष्णुता और प्रतिशोधी रवैये को उजागर करता है।’’ उन्होंने याद दिलाया कि पहले भाजपा ने दिल्ली के नेहरू मेमोरियल म्यूजियम और लाइब्रेरी का नाम बदलकर प्रधानमंत्री संग्रहालय कर दिया था और नेहरू युवा केंद्र संगठन का नाम बदल कर ‘माई भारत’ कर दिया था।

सचिन सावंत ने कड़ा विरोध जताते हुए मांग की कि वर्ली मेट्रो स्टेशन का नाम भारत के पहले प्रधानमंत्री के नाम पर रखा जाए। उन्होंने कहा, ‘‘दुनिया देख रही है कि भारत के महान नेता के साथ कैसा व्यवहार किया जा रहा है। भाजपा की विकृत मानसिकता न केवल इतिहास को मिटा रही है बल्कि देश की प्रतिष्ठा और वैश्विक छवि को भी धूमिल कर रही है। हम इस शर्मनाक कृत्य की कड़ी निंदा करते हैं।’’

पीएम मोदी ने किया था मुंबई मेट्रो लाइन-3 के अंतिम चरण का उद्घाटन

वहीं, संपर्क करने पर, मुंबई मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (MMRC) ने बताया कि 2013 की एक अधिसूचना में स्टेशन का नाम विज्ञान संग्रहालय रखने का फैसला किया गया था। एमएमआरसी ने कहा, “चूँकि इमारत का वास्तविक नाम विज्ञान केंद्र है इसलिए इसे बदलकर विज्ञान केंद्र ही कर दिया गया।” पिछले हफ्ते प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुंबई मेट्रो लाइन-3 के अंतिम चरण का उद्घाटन किया जो आचार्य अत्रे चौक और कफ परेड के बीच है। इसके साथ ही मुंबई के पहले अंडरग्राउंड मेट्रो कॉरिडोर ‘अक्वा लाइन’ का 33.5 किलोमीटर लंबा पूरा हिस्सा 9 अक्टूबर से चालू हो गया।

(भाषा के इनपुट के साथ)