Haryana Chief Minister Manohar Lal Khattar: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शनिवार को गुरुकुलों और मदरसों को लेकर बड़ा ऐलान किया। खट्टर ने कहा कि आधुनिक शिक्षा (Modern Education) अपनाने वाले सभी गुरुकुलों और मदरसों को हरियाणा स्कूल शिक्षा बोर्ड के साथ पंजीकरण कराने पर वार्षिक वित्तीय सहायता मिलेगी।
मनोहर लाल खट्टर ने कहा, ‘हरियाणा स्कूल शिक्षा बोर्ड के माध्यम से आधुनिक शिक्षा का विकल्प चुनने वाले 50-80 छात्रों वाले गुरुकुल और मदरसों को प्रति वर्ष दो लाख रुपये दिए जाएंगे। 81-100 छात्रों के लिए यह 3 लाख रुपये होगा, 101-200 छात्रों के लिए यह 5 लाख रुपये होगा, और 200 से अधिक छात्रों के लिए 7 लाख रुपये दिए जाएंगे।’
खट्टर राजस्थान के अलवर के 16वीं सदी के शासक हसन खान मेवाती की शहादत की याद में आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। खट्टर ने नूंह के लिए लगभग 700 करोड़ रुपये की कई परियोजनाओं की भी घोषणा की।
“हरियाणा वन-हरियाणवी वन” पर जोर देते हुए (जिसका उपयोग सीएम राज्य में “समान विकास” को उजागर करने के लिए कर रहे हैं) खट्टर ने कहा कि पिछली सरकारों ने मेवात के लोगों को केवल वोट बैंक मानकर उनका शोषण किया था। खट्टर ने दावा किया कि क्षेत्र से कोई भाजपा विधायक नहीं होने के बावजूद उनकी सरकार ने क्षेत्र में कई विकास पहल शुरू की हैं।
खट्टर ने कहा कि किसी भी सीएम ने अपने कार्यकाल के दौरान मेवात में केवल 5-6 दौरे किए होंगे। हालांकि, मैंने नौ वर्षों में 11 बार इस क्षेत्र का दौरा किया है। इंशा अल्लाह, मैं जल्द ही फिर से मेवात का दौरा करूंगा।’
मुख्यमंत्री ने हरियाणा कौशल रोजगार निगम के तहत शिक्षण पदों पर 1,504 स्थानीय युवाओं को वर्चुअल नियुक्ति पत्र भी प्रदान किए। उन्होंने कहा कि पुन्हाना और फिरोजपुर झिरका में कॉलेज जल्द शुरू किए जाएंगे।
यह कहते हुए कि किसी भी सरकार ने मुगल शासक बाबर से लड़ने वाले हसन खान मेवाती का जश्न नहीं मनाया। खट्टर ने कहा कि शहीद हसन खान मेवाती मेडिकल कॉलेज, नलहर में राजा के नाम पर एक शोध पीठ स्थापित की जाएगी।
खट्टर ने हसन खान और महात्मा गांधी की प्रतिमा का भी अनावरण किया। उन्होंने गांव में खेल स्टेडियम की भी घोषणा की। उन्होंने कहा, “बाहरी तत्व मेवात के समुदाय की एकता को बाधित करने की कोशिश कर रहे हैं और निवासियों को शहीद राजा हसन खान मेवाती की देशभक्ति से प्रेरणा लेते हुए भाईचारे की भावना को बरकरार रखना चाहिए।”
बड़कली चौक पर आयोजित कार्यक्रम में एक हजार से अधिक लोग मौजूद थे और उन्हें हरियाणा रोडवेज की कई बसों से घटनास्थल तक पहुंचाया गया। ऐसी ही एक बस में सवार नूंह के बसई के मजदूर आजम खान (45) ने कहा कि उनके गांव के सरपंच ने उन्हें रैली में जाने के लिए कहा। हालांकि, सरपंच से इससे इनकार किया।
एक अन्य मजदूर, अब्दुल्ला खान (35) ने कहा कि हसन खान का नाम आना आश्चर्यजनक था। उन्होंने कहा कि रैलियां पहले भी हुई हैं, लेकिन यह पहली बार है जब सीएम ने इसके बारे में बात की है। अन्यथा, मेवातियों को पाकिस्तानी कहा जाता है, और आज हसन खान की शहादत का जश्न मनाया जाता है।
हरियाणा के पूर्व पुलिस अधिकारी वलीम मोहम्मद ने कहा कि खट्टर ने राज्य में अभूतपूर्व विकास किया है। भदास में रहने वाले मोहम्मद साद (50) ने कहा कि सीएम ने जिन परियोजनाओं की घोषणा की है, उनका वादा पहले किया गया था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने नलहर में एक मेडिकल कॉलेज का निर्माण और उसका नाम हसन खान के नाम पर रखकर मेवातियों की भावनाओं को भुनाने की भी कोशिश की थी। उन्होंने कहा, “अस्पताल उन्नत सेवाएं प्रदान नहीं करता है, यह ज्यादातर मरीजों को गुड़गांव के अस्पतालों में रेफर करता है।”