स्वाधीनता दिवस करीब होने और हर घर तिरंगा अभियान के चलते जहां एक ओर देश में देशभक्ति की लहर दौड़ रही है, वहीं दूसरी ओर झंडा निर्माताओं के चेहरे खिल गए हैं। खादी और ग्रामोद्योग बोर्ड (केवाईसी) के लिए झंडा बनाने वालों से लेकर सदर बाजार में थोक झंडों का व्यापार करने वाले व्यापारियों में खुशी की लहर है। हाल यह है कि मात्र कुछ दिनों में ही झंडों की मांग में करीब 30 से 35 फीसद का उछाल आया है।

झंडे के थोक निर्माताओं का कहना है कि 15 अगस्त जैसे-जैसे नजदीक आएगा, वैसे-वैसे झंडों की मांग कई गुना बढ़ जाएगी। मालूम हो कि इस बार देश में हर घर तिरंगा अभियान का चौथा संस्करण मनाया जा रहा है। केंद्र सरकार की अपील पर जहां सभी लोग अपने घरों में झंडा लगा रहे हैं, वहीं विभिन्न राजनीतिक दलों, एनजीओ, आरडब्लूए सहित मंत्रालयों व विभागों द्वारा ‘तिरंगा यात्रा’ व मोटरसाइकिल रैली निकाली जा रही है।

आम लोगों के बीच 22 लाख झंडा वितरण करेगी दिल्ली सरकार

झंडों की मांग का अंदाजा सिर्फ इस बात से भी लगाया जा सकता है कि दिल्ली सरकार लगभग 22 लाख झंडों का वितरण आम जनता के बीच करने जा रही है। 2-15 अगस्त तक चलने वाले ‘हर घर तिरंगा अभियान’ के लिए जहां खादी लाखों की संख्या में तिरंगे का निर्माण अपने विभिन्न केंद्रों पर करवा रही है। वहीं, थोक झंडा मार्केट सदर बाजार में कई आकार के कई लाख झंडे बिक चुके हैं और बड़ी संख्या में अभी भी निर्माताओं द्वारा झंडे बनवाए जा रहे हैं।

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झंडे के अलावा तिरंगा बिल्ले, पटके, टोपी, छोटी झंडियों की भी काफी मांग है। सदर बाजार में चुनाव सामग्री के थोक निर्माता गुलशन खुराना ने बताया कि इस अभियान का लाभ सूरत के कपड़े मिल मालिकों व कारीगरों से लेकर सदर तक को मिल रहा है। खादी का काम जो खत्म होने के कगार पर था, इस मुहिम के चलते कई गुना बढ़ गया है। सदर बाजार के झंडा निर्माताओं को करोड़ों झंडों का आर्डर मिल चुका है, जिससे व्यापारी काफी खुश हैं। कम से कम सदर के व्यापारियों का ही 20-25 फीसद व्यवसाय बढ़ा है।