अंतर्राष्ट्रीय कोर्ट में कुलभूषण जाधव के मुद्दे पर भारत के पक्ष में फैसला आने के बाद मुंबई में रहने वाले कुलभूषण के परिजनों में खुशी का माहौल है। उनका कहना है कि जब तक कुलभूषण पाकिस्तान से लौटकर नहीं आ जाते हैं, तब तक खतरा बरकरार है। कुलभूषण के अंकल व रिटायर्ड एसीपी सुभाष जाधव ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा कि हम भारत सरकार के प्रयासों से खुश हैं और कुलभूषण को पाकिस्तान से जीवित लौटते हुए देखना चाहते हैं। जब तक यह नहीं होता, तब तक हमारा डर बरकरार रहेगा। बता दें कि अंतर्राष्ट्रीय कोर्ट के फैसले के बाद जाधव के करीबियों ने मुंबई में जश्न भी मनाया।
बता दें कि कुलभूषण जाधव कुछ समय पहले मुंबई की पृथ्वी चौहान बिल्डिंग में रहते थे। इंटरनेशनल कोर्ट के फैसले के बाद वहां रहने वालों ने भी खुशी जाहिर की। इस दौरान आसमान में रंग-बिरंगे गुब्बारे छोड़े गए। वहीं, लोगों को मिठाई बांटकर भारत माता की जय के नारे लगाए गए। कुलभूषण के बचपन के दोस्त अरविंद सिंह ने कहा, ‘‘मुझे पूरी उम्मीद थी कि देशवासियों की दुआओं की मदद से फैसला हमारे ही पक्ष में आएगा। हम जानते हैं कि पूरे देश के लोग मंदिरों और मस्जिदों में उनकी रिहाई के लिए प्रार्थना कर रहे हैं।’’
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अरविंद ने कहा, ‘‘इस मामले में पाकिस्तान की हकीकत सामने आ गई है। हालांकि, अपने बारे में बनी राय सुधारने का उनके पास मौका है। पाकिस्तान को कुलभूषण को जल्द से जल्द रिहा कर देना चाहिए।’’ जाधव के एक और दोस्त सुनील सिंह ने बताया, ‘‘देखिए, हम जानते हैं कि हम सच बोल रहे थे और हम जश्न की तैयारी कर रहे थे। हम गुब्बारे मंगाना चाहते थे और लोगों को मिठाई बांटकर कबूतरों को आजाद करना चाहते थे। हालांकि, बाद में हमने यह सब नहीं किया। वह अंतर्राष्ट्रीय कोर्ट है और हम नहीं जानते थे कि वह गलत फैसला भी दे सकते हैं।’’
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कुलभूषण की दोस्त वंदना पवार ने बताया, ‘‘यह काफी अच्छा फैसला है। हालांकि, अब डर यह है कि पाकिस्तान इस फैसले को मानेगा या नहीं। जब तक हम उन्हें देख नहीं लेते हैं, हमारा डर बना रहेगा।’’ बता दें कि अंतर्राष्ट्रीय कोर्ट का फैसला आने से पहले कुलभूषण के दोस्त ‘जस्टिस फॉर कुलभूषण’ लिखी टी-शर्ट पहने दिखे। वहीं, दिन में 2 बार पूजा-अर्चना भी की गई। निर्णय के दौरान सभी लोग टीवी सेट से चिपके रहे।