महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और वरिष्ठ बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस के भतीजे बताए जा रहे तन्मय फडणवीस को कोरोना का टीका मिला है। वह भी तब, जब वह 23 साल का है।ऐसा तब हुआ है, जब मौजूदा समय में देश में टीका सिर्फ 45 साल से अधिक व्यक्ति के लोगों को लग रहा है। वहीं, 1 मई से इसे 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों के लिए शुरू किया जाएगा। ऐसे में सड़क से लेकर सोशल मीडिया पर यह मसला काफी गरमा गया।
बताया गया कि तन्मय ने नागपुर के नेशनल कैंसर सेंटर जाकर वैक्सीन लगवाई। और, इस खुशी में उसने वैक्सीनेशन का फोटो इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया। बाद में हंगामा हुआ, तो उसने इसे डिलीट कर दिया। पता चला है कि वैक्सीन का यह दूसरा यानी फाइनल डोज़ था। जानकारी के मुताबिक, तन्मय पूर्व बीजेपी विधायक शोभा फडणवीस के पोते हैं।महाराष्ट्र कांग्रेस ने मामले में भाजपा की जोरदार खिंचाई की है। लेकिन असली खिंचाई तो ट्विटर पर जनता ने की है। एक सज्जन ने कहा कि उनके साठ साल से ज्यादा उम्र के दादा जी को वैक्सीन मना कर दी गई क्योंकि वह आउट ऑफ स्टॉक थी। शायद दादा जी का कोटा किसी 24 साल वाले के हक में चला गया।
उपर्युक्त हैंडिल ने अपनी दूसरी ट्वीट में हंसाते हुए लिखा है- अनिल कपूर को तन्मय से कोचिंग लेनी चाहिए कि 45 साल की उम्र में भी 23 का कैसे दिखा जाए।लक्ष्मी पांडा लिखती हैः शुक्रगुजार हों तन्मय का, जिनकी वजह से अब 18 साल वाले भी पहली तारीख से वैक्सीन लगवा सकेंगे।
रॉकी रॉक्स नाम के शख्स ने अपने ट्वीट में करुणा जगाते हुए दो फोटो अगल-बगल पोस्ट की हैं। एक में गरीब बीमार वृद्धा है जिसको सड़क पर ऑक्सीजन लगी है। और दूसरी में तन्मय मुस्करा रहे हैं।
उधर, फडणवीस ने सफाई में कहा है- मैं कोरोना वैक्सिनेशन प्रोटोकॉल का समर्थन करता हूं। किसी को भी बगैर योग्यता के वैक्सीन लगवाने की अनुमति नहीं होनी चाहिए। अगर नियमों का उल्लंघन हुआ है, तब यह गलत है। मेरी पत्नी और बेटी ने भी वैक्सीन नहीं है, क्योंकि वे योग्य नहीं है। तन्मय मेरा दूर का रिश्तेदार है और मुझे नहीं मालूम कि आखिरकार उसे टीका कैसे मिला।