कांग्रेस पार्टी के नेता इमरान मसूद ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने यूपी वेस्ट में कांग्रेस पार्टी द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि राम मंदिर पर राजनीति हो रही है। उन्होंने कहा कि राम हम सबके आराध्य हैं, हम सब राम के वंशज हैं। इसके बाद बीजेपी पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि ये राम को लाने वाले कहां से हो गए। हम सब राम के मानने वाले हैं लेकिन ये आरएसएस और बीजेपी के आयोजन से निगेटिव प्रचार हमारे खिलाफ किया जाएगा।
उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा, “पहले तो मेरी समझ में निमंत्रण का नहीं आता… भगवान के घर में कौन निमंत्रण देगा भाई… भगवान तो बुलाते हैं, भगवान के घर निमंत्रण थोड़ी आता है…भगवान तो बुलाने वाले हैं…और जिनकी राम चंद्र जी के प्रति आस्था है… ये कोई ऐसा विषय नहीं है जिसपर राजनीति हो….भगवान राम करोड़ों लोगों की आस्था के प्रतीक हैं… जिनकी उनमें आस्था है, उनको मंदिर के निर्माण में या मंदिर में जाना चाहिए… इसमें कोई चर्चा की बात नहीं है।”
राजनीतिक है राम मंदिर कार्यक्रम ः कांग्रेस
कांग्रेस पार्टी के सीनियर नेता पवन खेड़ा ने भी राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठान समारोह को राजनीतिक बताया है। शुक्रवार को मीडिया से बातचीत में पवन खेड़ा ने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा जब किया जाता है, तब उसका एक विधि विधान होता है, क्या ये कार्यक्रम धार्मिक है? अगर ये कार्यक्रम धार्मिक है तो क्या विधि विधान से कार्यक्रम किया जा रहा है? उन्होंने सवाल किया कि अगर ये कार्यक्रम धार्मिक है तो क्या चारों पीठों के हमारे शंकराचार्य की सलाह और देख-रेख से इस कार्यक्रम का स्वरूप तय किया जा रहा? चारों शंकराचार्य कह चुके हैं कि एक अधुरे मंदिर की प्राण प्रतिष्ठापन नहीं की जा सकती है। अगर ये कार्यक्रम धार्मिक नहीं है तो ये कार्यक्रम राजनीतिक है।
दिग्विजय सिंह के भाई बोले – कांग्रेस का निमंत्रण स्वीकार न करना सही नहीं
दिग्विजय सिंह के भाई व कांग्रेस नेता लक्ष्मण सिंह द्वारा पार्टी के राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से दूरी बनाने को गलत बताया गया है। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि पूर्व पीएम राजीव गांधी ने मंदिर के ताले खुलवाए, फिर पूर्व सीए वीर बहादुर सिंह के मंदिर निर्माण की बात की। हम न्योता अस्वीकार करके क्या मैसेज दे रहे हैं। जब राजीव गांधी ने ताले खुलवाए तो आप आमंत्रण अस्वीकार करने वाले कौन होते हो। अगर हमारी लीडरशिप ऐसे सलाहकार रखती है तो ऐसे ही परिणाम आएंगे। नुकसान हो चुका है, यह चुनाव में दिखाई भी देगा।
(पंकज रोहिल्ला / जनसत्ता ब्यूरो के इनपुट के साथ)